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वन विभाग का नया कारनामा, बर्फ से ढके इलाके में सड़क मरम्मत के लिए जारी कर दिया टेंडर

वन विभाग के टेंडर के मुताबिक रूपलिंग-करंगदाग पैदल मार्ग में 40 लाख 59 हजार की लागत से रास्ते की मरम्मत की जानी है. जबकि यहां बर्फ जमी हुई है.

forest department tender
वन विभाग टेंडर
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Published : Jan 8, 2020, 12:13 PM IST

पिथौरागढ़: वन विभाग की कार्यप्रणाली इन दिनों सवालों के घेरे में है. विभाग ने उन इलाकों में काम के लिए टेंडर जारी किया है, जहां इन दिनों आठ से दस फीट तक बर्फ जमी है. विभाग ने जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में पैदल मार्गों के पुननिर्माण, रेस्क्यू सेंटर और यात्री सेल्टर के लिए 74 लाख 28 हजार के टेंडर जारी किए हैं. भारी बर्फबारी वाले इलाकों में इन दिनों टेंडर किए जाने पर जिला पंचायत सदस्यों ने भी सवाल खड़े किए हैं.

वन विभाग की ओर से जारी टेंडर पर उठे सवाल.

दरअसल, वन विभाग की ओर से जारी निविदा के अनुसार धारचूला के रूपलिंग-करंगदाग और पांगू-सेला पैदल मार्ग में मरम्मत का कार्य होना है. साथ ही इन मार्गों में रेस्क्यू सेंटर के अलावा यात्री सेल्टर भी बनाए जाने हैं. इन कार्यों के लिए मात्र दो महीने का ही समय तय है. ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं.

ये भी पढ़ेंः सर्दी में खाने में शामिल करें देवभूमि की 'भट्ट की दाल,' बीमारियों को कहें बाय-बाय

टेंडर के मुताबिक रूपलिंग-करंगदाग पैदल मार्ग में 40 लाख 59 हजार की लागत से रास्ते की मरम्मत की जानी है. साथ ही रेस्क्यू सेंटर और यात्री सेल्टर भी बनाया जाना है, जबकि पांगू-सेला में भी 33 लाख 63 हजार की लागत से यही काम होना है.

टेंडर में ये साफ कहा गया है कि दो महीने के भीतर काम पूरा होना है, लेकिन इन इलाकों में जमी भारी बर्फ के चलते अप्रैल के अंत तक कोई इंसान तो दूर जानवर भी नहीं जा सकता है. जबकि, 10 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर जनवरी-फरवरी में ये काम होने हैं.

ये भी पढ़ेंः नो टू सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से निपटने के लिए छत्तीसगढ़ की श्रद्धा ने बनाया क्रॉकरी बैंक

इतना ही नहीं जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में विकास कार्यों की आड़ को लेकर पहले भी कई घोटाले सामने आ चुके हैं. जिला पंचायत सदस्य जीवन ठाकुर का कहना है कि मामले में पूरी संभावना है कि 74 लाख की भारी-भरकम धनराशि की बंदरबांट हो सकती है. उधर, मामला तूल पकड़ने पर जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने वन विभाग से काम को उचित समय पर करने के निर्देश दिए हैं.

पिथौरागढ़: वन विभाग की कार्यप्रणाली इन दिनों सवालों के घेरे में है. विभाग ने उन इलाकों में काम के लिए टेंडर जारी किया है, जहां इन दिनों आठ से दस फीट तक बर्फ जमी है. विभाग ने जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में पैदल मार्गों के पुननिर्माण, रेस्क्यू सेंटर और यात्री सेल्टर के लिए 74 लाख 28 हजार के टेंडर जारी किए हैं. भारी बर्फबारी वाले इलाकों में इन दिनों टेंडर किए जाने पर जिला पंचायत सदस्यों ने भी सवाल खड़े किए हैं.

वन विभाग की ओर से जारी टेंडर पर उठे सवाल.

दरअसल, वन विभाग की ओर से जारी निविदा के अनुसार धारचूला के रूपलिंग-करंगदाग और पांगू-सेला पैदल मार्ग में मरम्मत का कार्य होना है. साथ ही इन मार्गों में रेस्क्यू सेंटर के अलावा यात्री सेल्टर भी बनाए जाने हैं. इन कार्यों के लिए मात्र दो महीने का ही समय तय है. ऐसे में कई सवाल उठ रहे हैं.

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टेंडर के मुताबिक रूपलिंग-करंगदाग पैदल मार्ग में 40 लाख 59 हजार की लागत से रास्ते की मरम्मत की जानी है. साथ ही रेस्क्यू सेंटर और यात्री सेल्टर भी बनाया जाना है, जबकि पांगू-सेला में भी 33 लाख 63 हजार की लागत से यही काम होना है.

टेंडर में ये साफ कहा गया है कि दो महीने के भीतर काम पूरा होना है, लेकिन इन इलाकों में जमी भारी बर्फ के चलते अप्रैल के अंत तक कोई इंसान तो दूर जानवर भी नहीं जा सकता है. जबकि, 10 हजार फीट से अधिक की ऊंचाई पर जनवरी-फरवरी में ये काम होने हैं.

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इतना ही नहीं जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में विकास कार्यों की आड़ को लेकर पहले भी कई घोटाले सामने आ चुके हैं. जिला पंचायत सदस्य जीवन ठाकुर का कहना है कि मामले में पूरी संभावना है कि 74 लाख की भारी-भरकम धनराशि की बंदरबांट हो सकती है. उधर, मामला तूल पकड़ने पर जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने वन विभाग से काम को उचित समय पर करने के निर्देश दिए हैं.

Intro:पिथौरागढ़: वन विभाग की कार्यप्रणाली इन दिनों पूरी तरह सवालों के घेरे में है। विभाग ने उन इलाकों में काम के लिए टेंडर जारी किया है, जहां इन दिनों आठ से दस फिट तक बर्फ जमीं है। विभाग ने जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में पैदल मार्गों के पुननिर्माण, रेस्क्यू सेंटर और यात्री सेल्टर के लिए 74 लाख 28 हजार के टेंडर जारी किए हैं। विभाग द्वारा जारी निविदा के अनुसार धारचूला के रूपलिंग-करंगदाग और पांगू-सेला पैदल मार्ग में मरम्मत का कार्य होना है। साथ ही इन मार्गों में रेस्क्यू सेंटर के अलावा यात्री सेल्टर भी बनाएं जाने हैं। इन कार्यों के लिए मात्र दो माह का ही समय तय है। भारी बर्फबारी वाले इलाकों में इन दिनों टेंडर किए जाने पर जिला पंचायत ने भी सवाल खड़े किए है।
Body:टेंडर के मुताबिक रूपलिंग-करंगदाग पैदल मार्ग में 40 लाख 59 हजार की लागत से रास्ते की मरम्मत के साथ ही रेस्क्यू सेंटर और यात्री सेल्टर बनना है, जबकि पांगू-सेला में भी 33 लाख 63 हजार की लागत से यहीं काम होना है। टेंडर में ये साफ कहा गया है कि दो माह के भीतर काम पूरा होना है। लेकिन इन इलाकों में जमीं भारी बर्फ के चलते अप्रैल के अंत तक कोई इंसान तो दूर जानवर भी नही जा सकता। 10 हजार फिट से अधिक की ऊंचाई पर जनवरी-फरवरी में ये काम होने हैं। Conclusion:जिले के उच्च हिमालयी इलाकों में विकास कार्यों की आड़ पर पहले भी कई घपले सामने आ चुके हैं। ऐसे में इस बात की भी पूरी सम्भावना बनी है कि 74 लाख की भारी-भरकम धनराशि की बंदरबांट हो सकती है। मामले के तूल पकड़ने पर जिलाधिकारी विजय कुमार जोगदंडे ने वन विभाग से काम को उचित समय पर करने के निर्देश दिए है।
Byte1: जीवन ठाकुर, सदस्य, जिला पंचायत
Byte2: विजय कुमार, डीएम, पिथौरागढ़

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