पिथौरागढ़: मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने 12 सूत्रीय मांगों को लेकर डीएम कार्यालय पहुंच कर जोरदार प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी कर्मचारियों का कहना है कि सरकार पिछले काफी समय से उनकी मांगों पर ध्यान नहीं दे रही है. इसके अलावा हेल्थ कार्ड के नाम पर सैलरी कटने और इसका लाभ नहीं मिलने पर भी कर्मचारी खासे नाराज हैं. वहीं, एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने प्राइवेट स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूलने का विरोध किया है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि कोरोना काल में प्राइवेट स्कूलों द्वारा अलग-अलग मदों में फीस बढ़ाना किसी लूट से कम नही है.
पिथौरागढ़ के मिनिस्ट्रियल कर्मचारियों ने उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रियल सर्विसेज एसोसिएशन के बैनर तले जिलाधिकारी कार्यालय में जोरदार प्रदर्शन किया. इस दौरान कर्मचारियों ने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रदेश के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर मांगों पर जल्द कार्रवाई करने की मांग की. कर्मचारियों का कहना है कि वो पिछले काफी समय से अपनी मांगों को लेकर आंदोलनरत कर रहे हैं. लेकिन सरकार की ओर से उनकी मांगों को अनसुना किया जा रहा है. कर्मचारियों की मांग है कि MACP की रिकवरी का शासनादेश तत्काल निरस्त किया जाए. साथ ही कर्मचारियों को पुरानी पेंशन का लाभ दिया जाए. इसके अलावा स्वास्थ्य कार्ड को सभी अस्पतालों में मान्य किया जाए. वहीं, कर्मचारियों ने मांगें जल्द पूरी नहीं होने पर बड़े आंदोलन की चेतावनी दी है.
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निजी स्कूलों द्वारा बढ़ाई गई फीस के खिलाफ एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं का प्रदर्शन
एनएसयूआई के कार्यकर्ताओं ने डीएम ऑफिस पहुंच कर प्राइवेट स्कूलों द्वारा मनमानी फीस वसूलने का विरोध प्रदर्शन किया है. कार्यकर्ताओं का कहना है कि कोरोना काल में प्राइवेट स्कूलों द्वारा अलग-अलग मदों में फीस ली जा रही है. जो कि किसी लूट से कम नही है. एनएसयूआई कार्यकर्ताओं का आरोप है कि निजी विद्यालय अपनी मनमानी कर लगातार फीस में वृद्ध करते जा रहे हैं. वहीं, कोरोना के कारण कई लोगों के धंधे चौपट हो गए हैं, तो कई लोग काम से निकाल दिए गए हैं. ऐसे में निजी स्कूलों द्वारा फीस में वृद्धि करना सरासर गलत है. वहीं, यूथ कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अगर निजी स्कूलों ने बढ़ी हुई फीस जल्द वापस नहीं ली तो जिलेभर में जन आंदोलन किया जाएगा.