ETV Bharat / state

Pithoragarh के वीरान पड़े घर में तेंदुए ने जन्मे तीन शावक, दहशत में स्थानीय लोग - Uttarakhand Leopard Attack News

उत्तराखंड के पिथौरागढ़ के एक वीरान पड़े मकान में मादा तेंदुए ने तीन शावकों को जन्म दिया है. जिससे स्थानीय लोगों में दहशत का माहौल है.

Pithoragarh
Pithoragarh
author img

By

Published : Mar 14, 2023, 3:41 PM IST

पिथौरागढ़: सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के सिलपाटा गांव में एक सुनसान खाली मकान में एक तेंदुए ने अपने तीन शावकों को जन्म दिया है. इससे स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई है. पिथौरागढ़ वन प्रभाग के रेंज ऑफिसर दिनेश जोशी ने कहा कि शावकों को पहली बार एक स्थानीय निवासी गीता देवी ने देखा था, जो मकान में अपने पशुओं के लिए चारा जमा करती थीं. सोमवार सुबह जब वह चारा लेने गई थी तो तेंदुए के पास में छिपे होने की आशंका हुई. जिसके बाद वो इमारत से बाहर निकल गईं और ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी.

स्थानीय लोगों की सूचना पाकर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और वीरान पड़े घर का निरीक्षण किया तो पाया कि मादा तेंदुए ने तीन शावकों को जन्म देकर वहीं छोड़ दिया है. रेंज ऑफिसर दिनेश जोशी का मानना है कि चूंकि मकान लंबे समय से खाली पड़ा है. इसलिए तेंदुए को शावकों को यहां जन्म देना आसान और सुरक्षित लगा होगा.
ये भी पढ़ें: Project TIGER: 'प्रोजेक्ट टाइगर' की हकीकत, देशभर में हर 40 घंटे में एक बाघ की मौत, तेंदुए को लेकर भी चौंकाने वाला आंकड़ा

रेंज ऑफिसर दिनेश जोशी ने कहा कि हाल के वर्षों में यह इस तरह की दूसरी घटना है, जिसमें एक आबादी वाले क्षेत्र के पास तेंदुए ने बच्चों को जन्म दिया है. 2017 में एक और तेंदुए ने हमारे रेंज कार्यालय के पास तीन शावकों को जन्म दिया था. वन अधिकारी ने कहा कि मकान को बंद कर दिया गया है और ग्रामीणों को तेंदुए के अचानक हमले से बचाने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है. क्योंकि मादा तेंदुआ बच्चों को देखने फिर से आ सकती है.

पिथौरागढ़ वन प्रभाग के रेंज ऑफिसर दिनेश जोशी ने कहा कि शावकों को सुरक्षित रखने के लिए एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट करने की स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है. हम तेंदुए के अपने शावकों के पास लौटने का इंतजार कर रहे हैं.

(इनपुट-पीटीआई)

पिथौरागढ़: सीमांत जनपद पिथौरागढ़ के सिलपाटा गांव में एक सुनसान खाली मकान में एक तेंदुए ने अपने तीन शावकों को जन्म दिया है. इससे स्थानीय निवासियों में दहशत फैल गई है. पिथौरागढ़ वन प्रभाग के रेंज ऑफिसर दिनेश जोशी ने कहा कि शावकों को पहली बार एक स्थानीय निवासी गीता देवी ने देखा था, जो मकान में अपने पशुओं के लिए चारा जमा करती थीं. सोमवार सुबह जब वह चारा लेने गई थी तो तेंदुए के पास में छिपे होने की आशंका हुई. जिसके बाद वो इमारत से बाहर निकल गईं और ग्रामीणों को घटना की जानकारी दी.

स्थानीय लोगों की सूचना पाकर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और वीरान पड़े घर का निरीक्षण किया तो पाया कि मादा तेंदुए ने तीन शावकों को जन्म देकर वहीं छोड़ दिया है. रेंज ऑफिसर दिनेश जोशी का मानना है कि चूंकि मकान लंबे समय से खाली पड़ा है. इसलिए तेंदुए को शावकों को यहां जन्म देना आसान और सुरक्षित लगा होगा.
ये भी पढ़ें: Project TIGER: 'प्रोजेक्ट टाइगर' की हकीकत, देशभर में हर 40 घंटे में एक बाघ की मौत, तेंदुए को लेकर भी चौंकाने वाला आंकड़ा

रेंज ऑफिसर दिनेश जोशी ने कहा कि हाल के वर्षों में यह इस तरह की दूसरी घटना है, जिसमें एक आबादी वाले क्षेत्र के पास तेंदुए ने बच्चों को जन्म दिया है. 2017 में एक और तेंदुए ने हमारे रेंज कार्यालय के पास तीन शावकों को जन्म दिया था. वन अधिकारी ने कहा कि मकान को बंद कर दिया गया है और ग्रामीणों को तेंदुए के अचानक हमले से बचाने के लिए लगातार जागरूक किया जा रहा है. क्योंकि मादा तेंदुआ बच्चों को देखने फिर से आ सकती है.

पिथौरागढ़ वन प्रभाग के रेंज ऑफिसर दिनेश जोशी ने कहा कि शावकों को सुरक्षित रखने के लिए एक जगह से दूसरी जगह शिफ्ट करने की स्वाभाविक प्रवृत्ति होती है. हम तेंदुए के अपने शावकों के पास लौटने का इंतजार कर रहे हैं.

(इनपुट-पीटीआई)

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.