रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं को इस बार हाईवे के खतरनाक वाले स्थानों से राहत मिल जाएगी. जहां तीर्थयात्रियों को हाईवे के डेंजर प्वाइंट पर सुरक्षा महसूस होगी, वहीं कुंड में क्षतिग्रस्त मोटर पुल के बगल पर बैली ब्रिज निर्माण से अतिरिक्त सफर से भी छुटकारा मिल जाएगा. साथ ही एक से दो स्थानों पर नये पुल के निर्माण से जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी.
केदारनाथ यात्रा 2025 को लेकर प्रशासन स्तर पर तैयारियां जोरों पर चल रही है. यात्रा से जुड़े विभाग व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में जुटे हुए हैं. जिससे देश-विदेश से यात्रा पर आने श्रद्धालुओं को सुखद यात्रा की अनुभूति हो सके. केदारनाथ आपदा के बाद से डोलिया देवी के पास क्षतिग्रस्त राजमार्ग को दुरूस्त करने को लेकर एनएच विभाग के मजदूर रात-दिन जुटे हुए हैं. हाईवे के रामपुर, कालाढुंगी प्रथम व कालाढुंगी द्वितीय फेज में भूस्खलन प्रभावित क्षेत्र का ट्रीटमेंट किया जा रहा है. यहां पर बरसाती सीजन में पहाड़ी से लगातार भूस्खलन होने से तीर्थयात्री परेशान रहते हैं.
जबकि कालाढुंगी प्रथम फेज में राजमार्ग के नीचे से भी भूधंसाव हो रहा है. पहाड़ी के साथ ही राजमार्ग के निचले हिस्से में रहे भूधंसाव को रोकने को लेकर 40 करोड़ की लागत से सुरक्षात्मक कार्य किए जा रहे हैं, जो तीर्थयात्रियों की यात्रा को आसान बनाएंगे. वहीं केदारनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग पर कुंड में 70 मीटर बैली ब्रिज बनकर तैयार हो गया है और इसका ट्रायल भी सफल हो चुका है. ऐसे में केदारनाथ धाम की यात्रा पर आने वाले वाहनों के साथ ही स्थानीय वाहन भी इस पुल से होकर गुजरेंगे. इस बैली ब्रिज के बनने से कुंड में पुराने पुल पर लगने वाले जाम से भी राहत मिल गई है.
जबकि तीर्थयात्रियों को अतिरिक्त सफर को भी नहीं झेलना पड़ेगा. मंदाकिनी नदी पर कुंड में बना मोटर पुल पिछली बरसाती सीजन में क्षतिग्रस्त हो गया था. पुल की सुरक्षा दीवारों में दरारें आ गई थी, जिसके बाद इस पुल पर छोटे-बड़े वाहनों की आवाजाही काफी लंबे समय के लिये भी बंद रही. पुल पर आवाजाही बंद होने के बाद चुन्नी-विद्यापीठ मोटर मार्ग से आवाजाही करवाई गई थी. इस मोटरमार्ग के संकरा होने के कारण यहां घंटों जाम भी लग रहा था.
प्रशासन व एनएच के सहयोग से कुंड में बैली ब्रिज का प्रस्ताव भेजा गया, जिसे शीघ्र स्वीकृति मिल गई और मात्र कुछ ही महीनों में 70 मीटर पुल बनकर तैयार हो गया. राष्ट्रीय राजमार्ग खंड लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता ओंकार पांडेय ने बताया कि केदारनाथ यात्रा पर आने वाले तीर्थयात्रियों को सुगम यात्रा का अहसास कराने को लेकर हाईवे सुधारीकरण का कार्य तेजी के साथ किया जा रहा है. हाईवे के कई स्थानों पर भूस्खलन जोन का ट्रीटमेंट किया जा रहा है तो एक से दो स्थानों पर नये पुलों का निर्माण भी हो गया है.इसके अलावा राजमार्ग के कुंड में बैली ब्रिज बनकर तैयार हो गया है. हाईवे को दुरूस्त करने को लेकर हर प्रयास किए जा रहे हैं.
कार्यदायी संस्था के साइड इंचार्ज विद्युत नौटियाल ने बताया कि केदारनाथ हाईवे के दो से तीन स्थानों पर पहाड़ी से भूस्खलन होने के साथ ही राजमार्ग के निचले हिस्से में भूधंसाव के कारण यहां पर सुरक्षात्मक कार्य किए जा रहे हैं. ये कार्य आगामी यात्रा सीजन शुरू होने से पूर्व पूरे करने के प्रयास किए जा रहे हैं. सिंकिंग जोन वाले स्थानों पर तीर्थयात्रियों को आवागमन में भारी परेशानियां होती हैं, जबकि पहाड़ी से भूस्खलन होने के चलते दुर्घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है. हाईवे की पहाड़ी पर चल रहे निर्माण कार्यों के बाद तीर्थयात्रियों को सुरक्षित यात्रा का अहसास होगा.
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