पिथौरागढ़: जिला मुख्यालय में गहराते पेयजल संकट के विरोध में अब सभासद भी खड़े गए हैं. पालिका के 10 सभासदों ने डीएम से मिलकर पेयजल संकट को तत्काल दूर करने की मांग की है. सभासदों को कहना है कि लंबे समय से जारी पेयजल संकट के कारण जरूरी काम भी खासे प्रभावित हो रहे हैं. लेकिन जल संस्थान इस समस्या को दूर करने के लिए कोई पहल करता नहीं दिख रहा है.
पिथौरागढ़ नगर में जारी पेयजल संकट के खिलाफ नगरपालिका के सभासदों ने भी आक्रोश जताया है. सोमवार को नगरपालिका के सभासदों ने जिलाधिकारी से मुलाकात करके पेयजल संकट को दूर करने की मांग की. सभासदों का कहना है कि 75 करोड़ से अधिक की लागत से बनी आंवलाघाट पेयजल योजना के बावजूद पेयजल संकट गहरा रहा है. आलम ये है कि जिला अस्पताल में डायलिसिस करने के लिए पर्याप्त पानी की व्यवस्था नहीं है.
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सभासदों ने चेतावनी दी है कि अगर जल्द ही नगर में पेयजल की समस्या को दूर नहीं किया गया तो उग्र आंदोलन किया जाएगा. वहीं, मामले में जल संस्थान के अधिशासी अभियंता अशोक कुमार का कहना है कि पिथौरागढ़ नगर में मात्र आंवलाघाट पेयजल योजना से ही 6 एमएलडी पानी मिल रहा है. जबकि नगर में पेयजल आपूर्ति के लिए 12 एमएलडी पानी की आवश्यकता है. पर्याप्त पानी नहीं मिल पाने के कारण आपूर्ति में दिक्कत आ रही है.