पिथौरागढ़: जिला महिला अस्पताल की अव्यवस्थाओं को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने डीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया. इस दौरान कांग्रेसियों ने स्थानीय विधायक और सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि महिला अस्पताल में अव्यवस्थाओं का अंबार है. उनका आरोप है कि अस्पताल में पहले महिलाओं के लिए 60 बेड थे, लेकिन अब उन्हें 30 कर दिया गया है. जिससे स्थानीय महिलाओं को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
पिथौरागढ़ जिला महिला अस्पताल में स्वास्थ्य सेवाओं की बदहाली के विरोध ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने आज (सोमवार) को पिथौरागढ़ कलेक्ट्रेट में प्रदर्शन किया. कांग्रेसियों का कहना है कि बीजेपी सरकार ने महिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को बढ़ाने की बजाय कम कर दिया है. जिला महिला अस्पताल में बेड की संख्या कम होने से मरीजों को बरामदे में सोने पर मजबूर होना पड़ रहा है.
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अल्ट्रासाउंड मशीन फांक रही धूलः जिले के एकमात्र महिला अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट का पद लंबे समय से खाली होने से अल्ट्रासाउंड मशीन धूल फांक रही हैं. जबकि, दूर-दराज से आने वाली महिलाओं को निजी जांच केंद्रों पर निर्भर रहना पड़ता है. साथ ही उन्हें अल्ट्रासाउंड समेत अन्य जांच कराने के लिए काफी पैसे भी चुकाने पड़ते हैं.
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अस्पताल बना महज रेफर सेंटरः कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने कहा कि महिला अस्पताल मात्र रेफर सेंटर बन गया है, जिस कारण आए दिन गर्भवती महिलाओं और नवजात शिशुओं को अपनी जान से हाथ धोना पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार पिथौरागढ़ के महिला अस्पताल की तरफ बिल्कुल भी ध्यान नहीं दे रही है. इसके लिए उन्होंने पिथौरागढ़ की स्थानीय विधायक चंद्र को भी कटघरे में खड़ा किया.
इस वजह से बेड की संख्या हुई कमः बता दें कि जिला महिला अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग ने बच्चों के लिए कोविड सेंटर तैयार किया है. जिस कारण महिला अस्पताल में बेड की संख्या कम हो गई है. अस्पताल में 60 में से 30 बेड ही महिलाओं के मौजूद है.