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पिथौरागढ़: चौकोड़ी में निर्माण कार्य बंद, ग्रामीणों ने सरकार के खिलाफ की प्रदर्शन - Pithoragarh news

पिछले चार माह से ग्राम पंचायत के द्वारा होने वाले विकास कार्य भी नही होने दिये जा रहे है. ग्राम प्रधान ज्योति देवी के नेतृत्व में बेरीनाग के चौकोड़ी में विकास कार्यों पर लगी रोक हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने 120 किलोमीटर दूर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया.

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चौकोड़ी में निर्माण कार्य बंद
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Published : Feb 2, 2020, 12:02 AM IST

बेरीनाग : विश्व पर्यटक चौकोड़ी में सभी निर्माण कार्यों पर रोक लगने से ग्रामीणों में काफी गुस्सा है. ऐसे में पिछले चार माह से ग्राम पंचायत द्वारा होने वाले विकास कार्य भी नहीं होने दिये जा रहे हैं. वहीं, ग्राम प्रधान ज्योति देवी के नेतृत्व में बेरीनाग के चौकोड़ी में विकास कार्यों पर लगी रोक हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने 120 किलोमीटर दूर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया.

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ग्राम पंचायत में विकास कार्यों को रोका जा रहा है. जिस कारण क्षेत्र में विकास, पर्यटन और स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. जबकि, समान श्रेणी की भूमि वाले बेरीनाग नगर पंचायत में विकास कार्य निरन्तर चल रहे हैं. ऐसे में प्रदर्शनकारियों ने विकास कार्यों पर लगी रोक शीघ्र न हटाए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

चौकोड़ी में निर्माण कार्य बंद.

ग्रामीणों ने कहा कि शासन ने वर्ष 2003 में बेरीनाग नगर पंचायत और ग्राम पंचायत चौकोड़ी का एक साथ गठन किया गया था. ऐसे नगर पंचायत क्षेत्र में लगातार विकास कार्य चल रहे हैं, लेकिन ग्राम पंचायत में विकास कार्यों पर रोक लगा दी गई है. जबकि, पूरे बेरीनाग विकासखंड में भूमि की श्रेणी एक समान है. वहीं, चौकोड़ी ग्राम पंचायत में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं.

ये भी पढ़े: उत्तराखंडः कैबिनेट बैठक में लाए गए खनन प्रस्ताव का विरोध, बताया पर्यावरण मानक के खिलाफ

ग्राम प्रधान ज्योति देवी का कहना है कि चौकोड़ी का विकास होने से यहां पर्यटन बढ़ेगा. जिससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. साथ ही ये ग्राम पंचायत आयुष ग्राम के लिए भी चयनित हैं. लेकिन विकास कार्यों पर रोक लगाकर गांव के विकास को रोका जा रहा है. आलम ये है कि मनरेगा के काम भी नहीं हो पा रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र रोक नहीं हटाई गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.

बेरीनाग और चैकोड़ी में नियम क्यों है अलग

बेरीनाग और चौकोड़ी में भूमि में मालिकाना हक नहीं है जिस कारण पिछले एक दशक से यहां पर निर्माण कार्य पर न्यायालय ने रोक लगाई है. बेरीनाग नगर पंचायत गठन के बाद विकास कार्य हो रहा है. वहीं, चौकोड़ी ग्राम पंचायत में सभी प्रकार के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है. पंचायत के कार्यों में रोक लगाने का कोई लिखित प्रस्ताव किसी भी विभाग और अधिकारी के पास नही हैं. जबकि बेरीनाग में धड़ल्ले से निर्माण कार्य जारी है. जिससे चौकोड़ी वासीयों में चर्चा का विषय बना हुआ है.

कहीं ठंडे बस्ते में तो नहीं गया बेरीनाग चौकोड़ी भूमि का मालिकाना हक

छह माह पूर्व सरकार ने बेरीनाग और चैकोड़ी की भूमि को सरकार में निहित करने की घोषणा की गई थी. जिसके बाद बेरीनाग और चौकोड़ी के लोगों में भूमि के मालिकाना मिलने की आस जगी थी. लेकिन, छह माह से इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं होने से लोग ठगा महसूस करने लगे हैं.

ये भी पढ़े: 324 भारतीयों को लेकर दिल्ली पहुंची एयर इंडिया की विशेष फ्लाइट

वहीं, इस पूरे प्रकरण को पिछले विधानसभा सत्र में विधायक मीना गंगोला ने सदन में भी उठाया था. सामाजिक कार्यकर्ता गोविंद भंडारी ने कहा कि सरकार भूमि पर हो रही कार्रवाई से अवगत कराना चाहिए. उन्होंने शीघ्र ही लोगों को यहां मालिकाना हक देने की मांग की है.

बेरीनाग : विश्व पर्यटक चौकोड़ी में सभी निर्माण कार्यों पर रोक लगने से ग्रामीणों में काफी गुस्सा है. ऐसे में पिछले चार माह से ग्राम पंचायत द्वारा होने वाले विकास कार्य भी नहीं होने दिये जा रहे हैं. वहीं, ग्राम प्रधान ज्योति देवी के नेतृत्व में बेरीनाग के चौकोड़ी में विकास कार्यों पर लगी रोक हटाने की मांग को लेकर ग्रामीणों ने 120 किलोमीटर दूर जिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर प्रदर्शन किया.

प्रदर्शनकारियों का कहना है कि ग्राम पंचायत में विकास कार्यों को रोका जा रहा है. जिस कारण क्षेत्र में विकास, पर्यटन और स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं का लाभ नहीं मिल पा रहा है. जबकि, समान श्रेणी की भूमि वाले बेरीनाग नगर पंचायत में विकास कार्य निरन्तर चल रहे हैं. ऐसे में प्रदर्शनकारियों ने विकास कार्यों पर लगी रोक शीघ्र न हटाए जाने पर आंदोलन की चेतावनी दी है.

चौकोड़ी में निर्माण कार्य बंद.

ग्रामीणों ने कहा कि शासन ने वर्ष 2003 में बेरीनाग नगर पंचायत और ग्राम पंचायत चौकोड़ी का एक साथ गठन किया गया था. ऐसे नगर पंचायत क्षेत्र में लगातार विकास कार्य चल रहे हैं, लेकिन ग्राम पंचायत में विकास कार्यों पर रोक लगा दी गई है. जबकि, पूरे बेरीनाग विकासखंड में भूमि की श्रेणी एक समान है. वहीं, चौकोड़ी ग्राम पंचायत में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं.

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ग्राम प्रधान ज्योति देवी का कहना है कि चौकोड़ी का विकास होने से यहां पर्यटन बढ़ेगा. जिससे क्षेत्र में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. साथ ही ये ग्राम पंचायत आयुष ग्राम के लिए भी चयनित हैं. लेकिन विकास कार्यों पर रोक लगाकर गांव के विकास को रोका जा रहा है. आलम ये है कि मनरेगा के काम भी नहीं हो पा रहे हैं. उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र रोक नहीं हटाई गई तो उग्र आंदोलन किया जाएगा.

बेरीनाग और चैकोड़ी में नियम क्यों है अलग

बेरीनाग और चौकोड़ी में भूमि में मालिकाना हक नहीं है जिस कारण पिछले एक दशक से यहां पर निर्माण कार्य पर न्यायालय ने रोक लगाई है. बेरीनाग नगर पंचायत गठन के बाद विकास कार्य हो रहा है. वहीं, चौकोड़ी ग्राम पंचायत में सभी प्रकार के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गई है. पंचायत के कार्यों में रोक लगाने का कोई लिखित प्रस्ताव किसी भी विभाग और अधिकारी के पास नही हैं. जबकि बेरीनाग में धड़ल्ले से निर्माण कार्य जारी है. जिससे चौकोड़ी वासीयों में चर्चा का विषय बना हुआ है.

कहीं ठंडे बस्ते में तो नहीं गया बेरीनाग चौकोड़ी भूमि का मालिकाना हक

छह माह पूर्व सरकार ने बेरीनाग और चैकोड़ी की भूमि को सरकार में निहित करने की घोषणा की गई थी. जिसके बाद बेरीनाग और चौकोड़ी के लोगों में भूमि के मालिकाना मिलने की आस जगी थी. लेकिन, छह माह से इस पर कोई भी कार्रवाई नहीं होने से लोग ठगा महसूस करने लगे हैं.

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वहीं, इस पूरे प्रकरण को पिछले विधानसभा सत्र में विधायक मीना गंगोला ने सदन में भी उठाया था. सामाजिक कार्यकर्ता गोविंद भंडारी ने कहा कि सरकार भूमि पर हो रही कार्रवाई से अवगत कराना चाहिए. उन्होंने शीघ्र ही लोगों को यहां मालिकाना हक देने की मांग की है.

Intro:चौकोडी में निर्माण कार्य बंद Body:
बेरीनाग ।
चैाकोड़ी में सभी प्रकार के निर्माण कार्य पर रोक लगाने से भड़के ग्रामीण
जिला मुख्यालय पहुंचकर जताया विरोध
बेरीनाग )।। विश्व पर्यटक चैाकोड़ी में सभी प्रकार के निर्माण कार्य में रोक लगाने से ग्रामीण भड़क गये है। पिछले चार माह से ग्राम पंचायत के द्वारा होने वाले विकास कार्य भी नही होने दिये जा रहे है जिससे तीन दिन पहले ग्राम प्रधान चैाकोड़ी के द्वारा क्षेत्र पंचायत की बैठक में उठाया था।शनिवार को ग्राम प्रधान चैकोडी ज्योति देवी के नेतृत्व में ग्रामीण पिथौरागढ़ गये। जहां पर उन्होने मुख्य विकास अधिकारी,जिला पंचायत राज अधिकारी,अपर जिलाधिकारी से चैकोड़ी में निर्माण कार्य पर लगी रोक हटाने की मांग करते हुए कहा कि यदि शीघ्र निर्माण कार्य पर रोक नही हटाई गयी तो विकास खंड में तालाबंदी कर माननीय न्यायालय की शरण में जाने की चेतावनी दी है। और चैकोड़ी में आने वाले पर्यटक आवास गृह को भी बंद करने और यहां पर घुमने आ रहे पर्यटकों को भी कोई सुविधा नही देने की चेतावनी दी। और कहा कि बेरीनाग और चैकोड़ी में एक समान भूमि होने पर वहां पर निर्माण नगर पंचायत के द्वारा करवाये जा रहे तो चैकोड़ी में किस नियम के तहत निर्माण रोक गये है। इस पर ग्रामीणों ने रोष व्यक्त कर इसकी शिकायत की। विरोध जताने वाले में प्रधान ज्योति देवी,क्षेत्र पंचायत सदस्य निर्मला देवी,पूर्व जिला पंचायत विमला देवी,पूर्व प्रधान मनोज सानी सहित आदि मौजूद थे।

बेरीनाग और चैकोड़ी में नियम अलग
बेरीनाग (पिथौरागढ)।।बेरीनाग और चाौकोड़ी में भूमि में मालिकाना हक नही है जिस कारण पिछले एक दशक से यहां पर निर्माण कार्य पर न्यायालय ने रोक लगाई है। बेरीनाग नगर पंचायत गठन के बाद विकास कार्य हो रहे है वही चैकोडी ग्राम पंचायत में सभी प्रकार के निर्माण कार्य पर रोक लगा दी गयी है। पंचायत के कार्यो में रोक लगाने का कोई लिखित किसी भी विभाग या अधिकारी के पास नही है। वही बेरीनाग धडल्ले हो रहे निर्माण जारी है। जो चैकोड़ी में चर्चा का विषय बना हुआ है

ठंडे बस्ते मे तो नही गया बेरीनाग चैाकोडी भूमि का मालिकाना हक
बेरीनाग )।। 6 माह पूर्व सरकार ने बेरीनाग और चैकोडी की भूमि को सरकार में निहीत करने की धोषणा की थी। उसके बाद बेरीनाग चैकोड़ी के लोगों में भूमि के मालिकाना मिलने की आस जगी थी। लेकिन 6 माह से इस पर कोई भी कार्रवाई नही होने से लोग एक बार फिर ठगा महसूस करने लगे है पिछले विधानसभा सत्र में विधायक मीना गंगोला ने इसे सदन में भी रखा था। सामाजिक कार्यकता गोविंद भंडारी ने कहा कि सरकार भूमि पर हो रही कार्रवाई से अवगत कराना चाहिए। ठंडे बस्ते में इसको नही डालने की मांग करते हुए शीघ्र मालिकाना हक देने की मांग की है।Conclusion:परेशानी
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