ETV Bharat / state

कारपेंटर से विधायक बने गंगोलीहाट के फकीर राम टम्टा, पुष्कर धामी को CM बनाने की मांग

गंगोलीहाट विधानसभा सीट से नवनिर्वाचित विधायक फकीर राम टम्टा ने पुष्कर सिंह धामी को सीएम बनाए जाने का आग्रह किया है. बता दें, फकीर राम टम्टा कारपेंटर से विधायक बनकर सदन तक पहुंचे हैं. फकीर राम टम्टा ने 9,538 वोट से जीत दर्ज की है. उन्होंने कहा कि उनकी जीत बेरीनाग क्षेत्र के लोगों की जीत है.

gangolihat assembly seat
फकीर राम टम्टा
author img

By

Published : Mar 12, 2022, 12:23 PM IST

Updated : Mar 12, 2022, 4:00 PM IST

बेरीनाग: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में इस बार कई मिथक टूटे हैं, तो वहीं कई प्रत्याशियों ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है. गंगोलीहाट सीट पर बीजेपी प्रत्याशी फकीर राम टम्टा ने 9,538 वोट से जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी खजान चंद्र गुड्डू को हराया है. कारपेंटर का कार्य करने वाले फकीर राम टम्टा विधायक बनकर सदन तक पहुंच गए हैं. इस बीच टम्टा ने पुष्कर सिंह धामी को नई सरकार का मुखिया बनाने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा है कि पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में बीजेपी को बहुमत मिला है. ऐसे में उन्होंने एक बार फिर पुष्कर धामी को कमान सौंपने का आग्रह किया है.

गरीबी में बीता बचपन: बेरीनाग विकासखंड के चौडमन्या कस्बे नगौर गांव निवासी फकीर राम टम्टा का शुरुआती दौर बेहद मुश्किल से गुजरा. घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बाद घर परिवार के भरण पोषण के लिए कारपेंटर का काम करना शुरू किया. युवावस्था से भाजपा से जुड़ाव होने के कारण हमेशा बीजेपी संगठन के लिए काम किया. शुरुआती दौर में जनसंघ और भाजपा के लिए फकीर राम टम्टा के द्वारा कार्य किया गया.

पुष्कर धामी को CM बनाने की मांग.

जिला पंचायत सदस्य बनने के बाद पकड़ी लाइन: संगठन के द्वारा कार्य करने पर बूथ अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, जिला कोषाध्यक्ष, प्रदेश अनुसूचित कार्यकारणी सदस्य के पदों पर कार्य किया. साल 2008 के पंचायत चुनावों में चौखुना सीट से भाजपा ने जिला पंचायत सदस्य का टिकट दिया और जीत हासिल की. पंचायत में चुनाव जीतने के बाद फकीर ने ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत बनाई और लगातार भाजपा को मजबूत करने के लिए कार्य किया और पार्टी में भी अपनी अच्छी छवि बनाई.

दो बार की थी विधायक के टिकट की दावेदारी: साल 2012 और 2017 में गंगोलीहाट विधानसभा सीट से विधायक के लिए दावेदारी की लेकिन अंतिम चरण में टिकट कट गया. लेकिन उसके बाद लगातार संगठन के लिए कार्य किया और ग्रामीणों के बीच बने रहे. त्रिवेन्द्र रावत की सरकार में फकीर राम टम्टा के कार्य को देखते हुए समाज कल्याण अनुश्रवण समिति में उपाध्यक्ष बनाकर दर्जा राज्य मंत्री से भी नवाजा गया. इस दौरान सैकड़ों लोगों के वर्षों से लम्बित पेंशन प्रकरणों को सुलझाया और पेंशन दिलाई.
पढ़ें- धामी इन दो रास्तों से फिर बन सकते हैं उत्तराखंड के CM, ये रहे बाकी दावेदारों के नाम

कोविड काल में की लोगों की सेवा: फकीर राम टम्टा ने कोविड की पहली लहर में बड़ी संख्या में प्रवासियों को घर पहुंचाने के साथ ही घर-घर जाकर लोगों को राशन पहुंचाया. कोविड काल में कोविड सेंटरों में जाकर मदद तक की. साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाने का काम किया. इस दौरान प्रदेश संगठन और स्थानीय संगठन में अच्छी पकड़ बनाई और फिर 2022 के चुनाव में दावेदारी की. इस बार पार्टी ने सीटिंग महिला विधायक मीना गंगोला का टिकट काटकर फकीर राम टम्टा पर भरोसा जताया.

गंगोलीहाट से बीजेपी के विधायक बने फकीर राम: फकीर राम टम्टा ने पार्टी के भरोसे पर खरा उतरकर गंगोलीहाट विधानसभा सीट से 9,538 वोट से जीत दर्ज कर आज तक हुए विधानसभा चुनावों जीत का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. फकीर राम टम्टा को अपने सीधे और सरल स्वभाव और जनता की पकड़ के कारण जीत मिली. फकीर राम टम्टा को भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का बहुत करीबी माना जाता है.

कारपेंटर से विधायक बने गंगोलीहाट के फकीर राम टम्टा.

बेरीनाग में पहली बार घर का विधायक: गंगोलीहाट विधानसभा क्षेत्र में पिछले 4 चुनावों में विधायक गंगोलीहाट विकासखंड के रहने वाले थे. पहली बार बेरीनाग विकासखंड के रहने वाले फकीर राम टम्टा विधायक बने हैं. बेरीनाग विकासखंड से विधायक बनने के बाद स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल भी देखने को मिल रहा है. फकीर राम टम्टा बेरीनाग तहसील मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर चौडमन्या कस्बे के रहने वाले हैं.

जिला पंचायत से अब विधानसभा का सदन: फकीर राम टम्टा साल 2008 में जिला पंचायत सदस्य के तौर पंचायत के सदन में कार्य कर चुके हैं. अब विधानसभा के सदन में पहुंच गये हैं. भाजपा के द्वारा पंचायत और विधानसभा चुनाव में टिकट दिया गया और जीत दर्ज की.

पूर्व विधायक नारायण राम आर्या का साथ संजीवनी बना: गंगोलीहाट से दो बार के पूर्व विधायक नारायण राम आर्या का टिकट कटने के बाद नारायण राम आर्या नाराज चल रहे थे. फकीर राम टम्टा ने नारायण राम आर्या को भाजपा में लाने की पहल की. नारायण राम आर्या का साथ मिलने पर इसने बीजेपी के लिए संजीवनी का काम किया.

विधायक नहीं जनता का सेवक- फकीर: गंगोलीहाट विधानसभा सीट से विधायक बनने के बाद फकीर राम टम्टा का गृह क्षेत्र चौडमन्या राईआगर बेरीनाग पहुंचने पर जगह-जगह भाजपा कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़ों और फूल मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया. इस मौके पर भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए फकीर राम टम्टा ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनता के आशीर्वाद से ऐतिहासिक जीत हासिल की है. गंगोलीहाट का हर नागरिक विधायक होगा. मैं जनता के लिए 24 घंटे मौजूद रहूंगा और उनकी जो समस्याएं होंगी उनका समाधान किया जाएगा.

बेरीनाग: उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में इस बार कई मिथक टूटे हैं, तो वहीं कई प्रत्याशियों ने ऐतिहासिक जीत हासिल की है. गंगोलीहाट सीट पर बीजेपी प्रत्याशी फकीर राम टम्टा ने 9,538 वोट से जीत दर्ज की है. उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी खजान चंद्र गुड्डू को हराया है. कारपेंटर का कार्य करने वाले फकीर राम टम्टा विधायक बनकर सदन तक पहुंच गए हैं. इस बीच टम्टा ने पुष्कर सिंह धामी को नई सरकार का मुखिया बनाने पर जोर दिया है. उन्होंने कहा है कि पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में बीजेपी को बहुमत मिला है. ऐसे में उन्होंने एक बार फिर पुष्कर धामी को कमान सौंपने का आग्रह किया है.

गरीबी में बीता बचपन: बेरीनाग विकासखंड के चौडमन्या कस्बे नगौर गांव निवासी फकीर राम टम्टा का शुरुआती दौर बेहद मुश्किल से गुजरा. घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के बाद घर परिवार के भरण पोषण के लिए कारपेंटर का काम करना शुरू किया. युवावस्था से भाजपा से जुड़ाव होने के कारण हमेशा बीजेपी संगठन के लिए काम किया. शुरुआती दौर में जनसंघ और भाजपा के लिए फकीर राम टम्टा के द्वारा कार्य किया गया.

पुष्कर धामी को CM बनाने की मांग.

जिला पंचायत सदस्य बनने के बाद पकड़ी लाइन: संगठन के द्वारा कार्य करने पर बूथ अध्यक्ष, मंडल अध्यक्ष, जिला कोषाध्यक्ष, प्रदेश अनुसूचित कार्यकारणी सदस्य के पदों पर कार्य किया. साल 2008 के पंचायत चुनावों में चौखुना सीट से भाजपा ने जिला पंचायत सदस्य का टिकट दिया और जीत हासिल की. पंचायत में चुनाव जीतने के बाद फकीर ने ग्रामीण क्षेत्रों में अपनी पकड़ मजबूत बनाई और लगातार भाजपा को मजबूत करने के लिए कार्य किया और पार्टी में भी अपनी अच्छी छवि बनाई.

दो बार की थी विधायक के टिकट की दावेदारी: साल 2012 और 2017 में गंगोलीहाट विधानसभा सीट से विधायक के लिए दावेदारी की लेकिन अंतिम चरण में टिकट कट गया. लेकिन उसके बाद लगातार संगठन के लिए कार्य किया और ग्रामीणों के बीच बने रहे. त्रिवेन्द्र रावत की सरकार में फकीर राम टम्टा के कार्य को देखते हुए समाज कल्याण अनुश्रवण समिति में उपाध्यक्ष बनाकर दर्जा राज्य मंत्री से भी नवाजा गया. इस दौरान सैकड़ों लोगों के वर्षों से लम्बित पेंशन प्रकरणों को सुलझाया और पेंशन दिलाई.
पढ़ें- धामी इन दो रास्तों से फिर बन सकते हैं उत्तराखंड के CM, ये रहे बाकी दावेदारों के नाम

कोविड काल में की लोगों की सेवा: फकीर राम टम्टा ने कोविड की पहली लहर में बड़ी संख्या में प्रवासियों को घर पहुंचाने के साथ ही घर-घर जाकर लोगों को राशन पहुंचाया. कोविड काल में कोविड सेंटरों में जाकर मदद तक की. साथ ही केंद्र और राज्य सरकार के द्वारा चलाई जा रही विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी आमजन तक पहुंचाने का काम किया. इस दौरान प्रदेश संगठन और स्थानीय संगठन में अच्छी पकड़ बनाई और फिर 2022 के चुनाव में दावेदारी की. इस बार पार्टी ने सीटिंग महिला विधायक मीना गंगोला का टिकट काटकर फकीर राम टम्टा पर भरोसा जताया.

गंगोलीहाट से बीजेपी के विधायक बने फकीर राम: फकीर राम टम्टा ने पार्टी के भरोसे पर खरा उतरकर गंगोलीहाट विधानसभा सीट से 9,538 वोट से जीत दर्ज कर आज तक हुए विधानसभा चुनावों जीत का रिकॉर्ड भी तोड़ दिया. फकीर राम टम्टा को अपने सीधे और सरल स्वभाव और जनता की पकड़ के कारण जीत मिली. फकीर राम टम्टा को भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कैबिनेट मंत्री बिशन सिंह चुफाल और महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी का बहुत करीबी माना जाता है.

कारपेंटर से विधायक बने गंगोलीहाट के फकीर राम टम्टा.

बेरीनाग में पहली बार घर का विधायक: गंगोलीहाट विधानसभा क्षेत्र में पिछले 4 चुनावों में विधायक गंगोलीहाट विकासखंड के रहने वाले थे. पहली बार बेरीनाग विकासखंड के रहने वाले फकीर राम टम्टा विधायक बने हैं. बेरीनाग विकासखंड से विधायक बनने के बाद स्थानीय लोगों में खुशी का माहौल भी देखने को मिल रहा है. फकीर राम टम्टा बेरीनाग तहसील मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर चौडमन्या कस्बे के रहने वाले हैं.

जिला पंचायत से अब विधानसभा का सदन: फकीर राम टम्टा साल 2008 में जिला पंचायत सदस्य के तौर पंचायत के सदन में कार्य कर चुके हैं. अब विधानसभा के सदन में पहुंच गये हैं. भाजपा के द्वारा पंचायत और विधानसभा चुनाव में टिकट दिया गया और जीत दर्ज की.

पूर्व विधायक नारायण राम आर्या का साथ संजीवनी बना: गंगोलीहाट से दो बार के पूर्व विधायक नारायण राम आर्या का टिकट कटने के बाद नारायण राम आर्या नाराज चल रहे थे. फकीर राम टम्टा ने नारायण राम आर्या को भाजपा में लाने की पहल की. नारायण राम आर्या का साथ मिलने पर इसने बीजेपी के लिए संजीवनी का काम किया.

विधायक नहीं जनता का सेवक- फकीर: गंगोलीहाट विधानसभा सीट से विधायक बनने के बाद फकीर राम टम्टा का गृह क्षेत्र चौडमन्या राईआगर बेरीनाग पहुंचने पर जगह-जगह भाजपा कार्यकर्ताओं ने ढोल नगाड़ों और फूल मालाओं के साथ जोरदार स्वागत किया. इस मौके पर भाजपा कार्यकर्ताओं और स्थानीय लोगों को संबोधित करते हुए फकीर राम टम्टा ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं की मेहनत और जनता के आशीर्वाद से ऐतिहासिक जीत हासिल की है. गंगोलीहाट का हर नागरिक विधायक होगा. मैं जनता के लिए 24 घंटे मौजूद रहूंगा और उनकी जो समस्याएं होंगी उनका समाधान किया जाएगा.

Last Updated : Mar 12, 2022, 4:00 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.