पिथौरागढ़: दुनिया की सबसे दुर्गम यात्राओं में शुमार कैलाश-मानसरोवर यात्रा सम्पन्न हो गई है. 12 जून से शुरू हुई कैलाश-मानसरोवर यात्रा में तीर्थयात्रियों ने भोले के दर्शन किए. इस यात्रा में 198 महिला तीर्थ यात्री शामिल हुईं. वहीं, इस साल यात्रा के दौरान एक यात्री की मौत भी हुई.
बीते सालों के मुकाबले इस बार यात्रा काफी सुगम रही. नाथूला दर्रे से यात्रा शुरू करने के बाद इस साल सबसे अधिक यात्रियों ने परंपरागत मार्ग से यात्रा की. इस साल की यात्रा में यात्रियों की संख्या ने बीते तीन सालों के आंकड़ों को पार कर दिया है.
साल | यात्रियों की संख्या |
2016 | 714 यात्री |
2017 | 917 यात्री |
2018 | 892 यात्री |
2019 | 925 यात्री |
कैलाश मानसरोवर यात्रा में शामिल यात्रियों का आंकड़ा.
केएमवीएन के प्रबंधक दिनेश गुरुरानी ने बताया कि नाथूला से यात्रा शुरू होने के बावजूद इस साल परम्परागत रूट में तीर्थ यात्रियों की संख्या सबसे अधिक है. इस साल 925 यात्रियों ने कैलाश मानसरोवर यात्रा सफलतापूर्वक पूर्ण की. वहीं, एक यात्री की बीमारी के कारण मौत हो गई जबकि, 23 यात्रियों ने अलग-अलग कारणों से यात्रा को बीच में ही छोड़ दिया.