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पिथौरागढ़: 22 साल से फरार आरोपी पुलिस की गिरफ्त में, नाम बदल कर करता था नौकरी

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Published : Jul 27, 2019, 11:27 PM IST

जिले की पुलिस की एसओजी टीम को 22 साल से फरार चल रहे एक आरोपी को पकड़ने में सफलता हाथ लगी है. पकड़े गए अभियुक्त के खिलाफ पूर्व में महिला के साथ दुष्कर्म करने का आरोप है. आरोपी नाम बदल कर जगह-जगह नौकरी करता था.

पिथौरागढ़ पुलिस के हत्थे चढ़ा 22 साल से फरार आरोपी.

पिथौरागढ़: जिले की पुलिस को 22 साल से फरार चल रहे एक अभियुक्त को पकड़ने में सफलता मिली है. फरार अभियुक्त के खिलाफ 1997 में राजस्व पुलिस ने दुष्कर्म के मामले में मुकदमा दर्ज किया था.

पिथौरागढ़ पुलिस के हत्थे चढ़ा 22 साल से फरार आरोपी.

दरअसल, आरोपी पर इग्यारदेवी में अपने दो साथियों के साथ एक महिला के साथ दुष्कर्म करने का आरोप है. आरोपी के दो साथी घटना को अंजाम देने के बाद तत्काल ही गिरफ्तार हो गए थे. अभियुक्त नरेश राम 22 सालों से कानून को चकमा देता रहा. पुलिस की एसओजी टीम ने सूचना मिलने पर आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की है.

दुष्कर्म के मामले में न्यायालय की ओर से घोषित किए गए अभियुक्त नरेश राम को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया. आरोपी ने 10 साल तक ब्लू लाइन बसों में ड्राइवर का काम भी किया है. आरोपी छिपकर पिथौरागढ़ भी आता रहा, लेकिन पुलिस की नजरों से बचता रहा. पुलिस को लंबे समय से अभियुक्त की तलाश थी. पुलिस अधीक्षक का कहना है कि न्यायालय से फरार घोषित हुए अभियुक्तों को पकड़ने के लिए चलाया जा रहा अभियान आगे भी जारी रहेगा.

पिथौरागढ़: जिले की पुलिस को 22 साल से फरार चल रहे एक अभियुक्त को पकड़ने में सफलता मिली है. फरार अभियुक्त के खिलाफ 1997 में राजस्व पुलिस ने दुष्कर्म के मामले में मुकदमा दर्ज किया था.

पिथौरागढ़ पुलिस के हत्थे चढ़ा 22 साल से फरार आरोपी.

दरअसल, आरोपी पर इग्यारदेवी में अपने दो साथियों के साथ एक महिला के साथ दुष्कर्म करने का आरोप है. आरोपी के दो साथी घटना को अंजाम देने के बाद तत्काल ही गिरफ्तार हो गए थे. अभियुक्त नरेश राम 22 सालों से कानून को चकमा देता रहा. पुलिस की एसओजी टीम ने सूचना मिलने पर आरोपी को पकड़ने में सफलता हासिल की है.

दुष्कर्म के मामले में न्यायालय की ओर से घोषित किए गए अभियुक्त नरेश राम को गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया गया. आरोपी ने 10 साल तक ब्लू लाइन बसों में ड्राइवर का काम भी किया है. आरोपी छिपकर पिथौरागढ़ भी आता रहा, लेकिन पुलिस की नजरों से बचता रहा. पुलिस को लंबे समय से अभियुक्त की तलाश थी. पुलिस अधीक्षक का कहना है कि न्यायालय से फरार घोषित हुए अभियुक्तों को पकड़ने के लिए चलाया जा रहा अभियान आगे भी जारी रहेगा.

Intro:पिथौरागढ़: पुलिस को 22 साल से फरार चल रहे अभियुक्त को पकड़ने में सफलता मिली है। फरार अभियुक्त के खिलाफ 1997 में राजस्व पुलिस ने बलात्कार का मुकदमा दर्ज किया था। आरोपी पर इग्यारदेवी में अपने दो साथियों के साथ एक महिला का बलात्कार करने का आरोप है। आरोपी के दो साथी घटना के तत्काल बाद ही गिरफ्तार हो गए थे। लेकिन अभियुक्त नरेश राम पूरे 22 साल तक कानून को चकमा देता रहा। पुलिस की एसओजी टीम ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी को पकड़ने में सफलता पाई है।

बलात्कार के मामले में न्यायालय द्वारा फरार घोषित किये गए अभियुक्त नरेश राम को आज (शुक्रवार) गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जा रहा है। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में अभियुक्त नरेश राम ने बताया कि 1997 में इग्यारदेवी में हुई घटना के बाद ही वो परिवार समेत दिल्ली भाग गया था। जबकि उसके दो साथी पकड़े गए थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी पकड़े जाने के डर से नाम बदलकर कई जगहों पर नॉकरी करता रहा। आरोपी ने 10 साल तक ब्लू लाइन बसों में ड्राइवर का काम भी किया है। आरोपी छिपकर पिथौरागढ़ भी आता रहा मगर पुलिस को भनक तक नही लगी। मुखबिर की सूचना पर आरोपी को उसके गांव थरकोट से गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस को लंबे समय से इस अभियुक्त की तलाश थी। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि न्यायालय से फरार घोषित हुए अभियुक्तों को पकड़ने के लिए चलाया जा रहा अभियान आगे भी जारी रहेगा।

Byte: आर सी राजगुरु, पुलिस अधीक्षक, पिथौरागढ़


Body:पिथौरागढ़: पुलिस को 22 साल से फरार चल रहे अभियुक्त को पकड़ने में सफलता मिली है। फरार अभियुक्त के खिलाफ 1997 में राजस्व पुलिस ने बलात्कार का मुकदमा दर्ज किया था। आरोपी पर इग्यारदेवी में अपने दो साथियों के साथ एक महिला का बलात्कार करने का आरोप है। आरोपी के दो साथी घटना के तत्काल बाद ही गिरफ्तार हो गए थे। लेकिन अभियुक्त नरेश राम पूरे 22 साल तक कानून से भागता रहा। पुलिस की एसओजी टीम ने मुखबिर की सूचना पर आरोपी को पकड़ने में सफलता पाई है।

बलात्कार के मामले में न्यायालय द्वारा फरार घोषित किये गए अभियुक्त नरेश राम को आज (शुक्रवार) गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया जा रहा है। पुलिस द्वारा की गई पूछताछ में अभियुक्त नरेश राम ने बताया कि 1997 में इग्यारदेवी में हुई घटना के बाद ही वो परिवार समेत दिल्ली भाग गया था। जबकि उसके दो साथी पकड़े गए थे। पुलिस ने बताया कि आरोपी पकड़े जाने के डर से नाम बदलकर कई जगहों पर नॉकरी करता रहा। आरोपी ने 10 साल तक ब्लू लाइन बसों में ड्राइवर का काम भी किया है। आरोपी छिपकर पिथौरागढ़ भी आता रहा जिसे मुखबिर की सूचना पर गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस को लंबे समय से इस अभियुक्त की तलाश थी। पुलिस अधीक्षक का कहना है कि न्यायालय से फरार घोषित हुए अभियुक्तों को पकड़ने के लिए चलाया जा रहा अभियान आगे भी जारी रहेगा।

Byte: आर सी राजगुरु, पुलिस अधीक्षक, पिथौरागढ़


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