श्रीनगर: आज प्रदेश की ग्रीष्म कालीन राजधानी गैरसैंण के भराड़ीसैंण में बजट सत्र शुरू हुआ है. वहीं प्रदेश की देवप्रयाग विधानसभा सीट में आज भी ग्रामीण अपने परिजनों को अस्पताल लाने ले जाने के लिए डंडी कंडी के भरोसे हैं. गांवों तक सड़क ना पहुंचने के स्थिति में लोगों को मरीजों को डंडी या डोली में लादकर कई किलोमीटर पैदल खड़ी चढ़ाई पर ले जाना पड़ रहा है.
बुजुर्ग महिला को 3 किलोमीटर डोली में बिठाकर ले गए: ताजा मामला बढ़ियागढ़ के दुगड्डा गांव का है. यहां एक महिला एतवारी देवी को ग्रामीण तेगड़ बाजार से गांव तक 3 किलोमीटर की खड़ी चढ़ाई में डोली में लादकर घर कर लाये. महिला बीमारी के चलते ऋषिकेश एम्स में भर्ती थी. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद महिला को घर ले जाया जा रहा था. लेकिन सड़क नहीं होने के कारण एतवारी देवी को डोली के सहारे तीन किलोमीटर की चढ़ाई में ले जाना पड़ा.
गांव वालों ने कहा विधायक नहीं सुनते बात: गांव के रहने वाले दुर्गा प्रसाद गैरोला उर्फ गारी गैरोला ने बताया कि उनके यहां आय दिन बीमार लोगों को अस्पताल लाने ले जाने के लिए इसी तरह कसरत करनी पड़ती है. कई बार शासन प्रशासन स्थानीय विधायक विनोद कंडारी से गांव में सड़क बनाने की मांग कर चुके हैं. लेकिन आज तक उनकी मांग को नहीं माना गया है. सड़क बनाने का सिर्फ आश्वासन उन्हें दिया जाता है. सड़क का काम कभी शूरू नहीं होता. मजबूरी में उन्हें सोशल मीडिया के जरिये शासन प्रसासन तक अपनी बात रखनी पड़ रही है.
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2022 में भी बनाया था वीडियो: उन्होंने कहा कि एतवारी देवी को ही पिछले बार 8 माह पूर्व भी इसी तरह अस्पताल ले जाना पड़ा था. उस समय 2022 था. आज भी वीडियो के जरिये अपनी बात सरकार तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. वहीं इस मामले में अधिशासी अभियंता दिनेश आर्य ने कहा कि उनकी जानकारी में ये मामला अभी नहीं आया है. मामला संज्ञान में अब लाया गया है तो वे इस सबंध में अधिकारियों से बात कर जनता की समस्या का तुरंत हल निकालेंगे.