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शक्ति मिशन में यूसेक करेगा नदियों का रासायनिक अध्ययन, ये नदियां होंगी शामिल - जल शक्ति मिशन के तहत नदियों का रासायनिक अध्ययन

जल्द ही प्रदेश की नदियों का रासायनिक अध्ययन किया जाएगा. इन नदियों में मुख्य गंगा, अलकनन्दा, यमुना, धौली, काली और पिंडर होंगी.

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यूसेक करेगा नदियों का रासायनिक अध्ययन
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Published : Feb 3, 2021, 3:25 PM IST

श्रीनगर: प्रदेश की मुख्य नदियों सहित उनकी सहायक नदियों का रासायनिक विश्लेषण होने जा रहा है. इसका जिम्मा उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र को दिया गया है. इसके जरिये प्रदेश की नदियों में पाए जाने वाले तमाम रसायनों का पता लगा कर उसका अध्ययन किया जाएगा.

यूसेक करेगा नदियों का रासायनिक अध्ययन

केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण जल शक्ति मिशन के तहत यूसेक प्रदेश की समस्त नदियों के जलस्तर का विश्लेषण करने जा रहा है. इसके लिए उत्तराखण्ड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र उपग्रहों की मदद से मैपिंग के जरिये इन सभी नदियों के जल स्तर का डाटा तैयार कर केंद्र सरकार को भेजेगा. अगर नदियों के जलस्तर में कमी पाई जाएगी तो उन नदियों के संरक्षण का कार्य जल शक्ति मिशन के तहत किया जाएगा.

पढ़ें- दुर्मी ताल का CM त्रिवेंद्र करेंगे निरीक्षण, 1971 में भूस्खलन से पहुंचा था नुकसान

इसके साथ-साथ प्रदेश की नदियों में पाए जाने वाले रासायनिक तत्वों का और उसका मानवीय जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव का भी अध्ययन किया जायेगा. ये पहला मामला होगा जब प्रदेश की नदियों का रासायनिक अध्ययन किया जा रहा है. उत्तराखण्ड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक डॉ. एमपीएस बिष्ट ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जल्द प्रदेश की नदियों का रासायनिक अध्ययन किया जाएगा. इन नदियों में मुख्य नदिया गंगा, अलकनन्दा, यमुना, धौली, काली ओर पिंडर नदियों के साथ-साथ इनकी सहायक नदियां होंगी. नदियों के जलस्तर का भी अध्ययन उपग्रह से प्राप्त डाटा से किया जाना है.

श्रीनगर: प्रदेश की मुख्य नदियों सहित उनकी सहायक नदियों का रासायनिक विश्लेषण होने जा रहा है. इसका जिम्मा उत्तराखंड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र को दिया गया है. इसके जरिये प्रदेश की नदियों में पाए जाने वाले तमाम रसायनों का पता लगा कर उसका अध्ययन किया जाएगा.

यूसेक करेगा नदियों का रासायनिक अध्ययन

केंद्र सरकार की महत्वपूर्ण जल शक्ति मिशन के तहत यूसेक प्रदेश की समस्त नदियों के जलस्तर का विश्लेषण करने जा रहा है. इसके लिए उत्तराखण्ड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र उपग्रहों की मदद से मैपिंग के जरिये इन सभी नदियों के जल स्तर का डाटा तैयार कर केंद्र सरकार को भेजेगा. अगर नदियों के जलस्तर में कमी पाई जाएगी तो उन नदियों के संरक्षण का कार्य जल शक्ति मिशन के तहत किया जाएगा.

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इसके साथ-साथ प्रदेश की नदियों में पाए जाने वाले रासायनिक तत्वों का और उसका मानवीय जीवन पर पड़ने वाले प्रभाव का भी अध्ययन किया जायेगा. ये पहला मामला होगा जब प्रदेश की नदियों का रासायनिक अध्ययन किया जा रहा है. उत्तराखण्ड अंतरिक्ष उपयोग केंद्र के निदेशक डॉ. एमपीएस बिष्ट ने ईटीवी भारत से बातचीत में बताया कि जल्द प्रदेश की नदियों का रासायनिक अध्ययन किया जाएगा. इन नदियों में मुख्य नदिया गंगा, अलकनन्दा, यमुना, धौली, काली ओर पिंडर नदियों के साथ-साथ इनकी सहायक नदियां होंगी. नदियों के जलस्तर का भी अध्ययन उपग्रह से प्राप्त डाटा से किया जाना है.

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