श्रीनगर: उत्तराखंड की सियासत में गढ़वाल और कुमांऊ के बीच चली आ रही सियासी वर्चस्व की लड़ाई के चलते त्रिवेंद्र सिंह रावत को अपनी कुर्सी गवांनी पड़ी है. जिसके बाद उत्तराखंड की सियासत में बड़े बदलाव देखने को मिले. राज्य की कमान तीरथ सिंह रावत के हाथ में आने के बाद हरिद्वार विधायक मदन कौशिक को बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया है.
यूके़डी ने बीजेपी के इस फैसले पर निशाना साधा. यूकेडी के गढ़वाल संयोजक मोहन काला ने बीजेपी पर हमला करते हुए कहा कि बीजेपी प्रदेश को पहाड़ और मैदान में बांटने का काम कर रही है. उत्तराखंड बीजेपी ने अपनी पार्टी का अध्यक्ष मैदान से बना कर इस परिपाटी को जन्म दिया है.
मोहन काला ने कहा कि राष्ट्रीय पार्टियां ये भूल गईं हैं कि उत्तराखंड को पहाड़ी राज्य के नाम से जाना जाता है. ऐसे में किसी पार्टी का अध्यक्ष मैदान से होना, पर्वतीय क्षेत्र के लोगों की भावना से खिलवाड़ है.
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उन्होंने कहा कि कुछ समय बाद यही राष्ट्रीय पार्टियां पहाड़ की विधानसभा सीटों का परिसीमन कर एक दिन मैदान से ही मुख्यमंत्री बनाने का कार्य करेगी और पहाड़ फिर विकास की दौड़ में पीछे होता रहेगा.
यूकेडी का कहना है कि बीजेपी और कांग्रेस ने कभी भी मूल निवास का मुद्दा नहीं उठाया है. जबकि, इन्हीं पार्टियों द्वारा स्थायी निवास बना कर प्रदेश में बाहरी लोगों को बसाने का कार्य किया गया. मौजूदा दौर में पहाड़ का युवा बेरोजगार है. जबकि सेटिंग गेटिंग वाले बाहरी उत्तराखंड में रोजगार पा रहे हैं.