ETV Bharat / state

UKD ने की गैरसैंण को स्थाई राजधानी बनाने की मांग

यूकेडी के जिला प्रभारी महेंद्र सिंह रावत ने बताया कि हम आंदोलनकारी और शहीदों का सपना है कि गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित किया जाय. उन्होंने सरकार से गैरसैंण को उत्तराखंड की स्थाई राजधानी बनाने की मांग की.

ukd-submitted-memorandum-to-kotdwar-sdm-in-issue-of-permanent-capital
गैरसेंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग को लेकर मुखर हुई UKD
author img

By

Published : Jun 13, 2020, 1:50 PM IST

कोटद्वार: गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित किए जाने की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है. यूकेडी के जिला प्रभारी महेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गैरसैंण हम आंदोलनकारियों और शहीदों का सपना है, जिसे लेकर लगातार संघर्ष करते रहेंगे.

गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग को लेकर मुखर हुई UKD

महेंद्र सिंह रावत ने बताया कि हम आंदोलनकारियों और शहीदों का सपना है कि गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित किया जाय. मगर वर्तमान सरकार ने इसे एशगाह के लिये ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है. इसका यूकेडी पुरजोर विरोध करती है. उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों की स्थाई राजधानी के लिए लड़ाई जारी रहेगी. उन्होंने विरोधी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय पार्टियों को स्थाई राजधानी से ज्यादा अपना वोट बैंक प्यारा है, जिसके कारण वे गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित नहीं कर पा रही हैं.
पढ़ें- देश को मिले 333 जांबाज, जानिए उत्तराखंड से कितने बने सैन्य अफसर

बता दें उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से आंदोलन के दौरान 1992 में ब्लू प्रिंट जारी कर उत्तराखंड की राजधानी गैरसैंण को चंद्रनगर नाम दिया गया था. राज्य बनने के 20 वर्षों के बाद भी राज्य को स्थाई राजधानी नहीं मिल पाई है, जिसे लेकर यूकेडी एक बार फिर से मुखर हो गई है.

कोटद्वार: गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित किए जाने की मांग को लेकर उत्तराखंड क्रांति दल ने उपजिलाधिकारी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा है. यूकेडी के जिला प्रभारी महेंद्र सिंह रावत ने कहा कि गैरसैंण हम आंदोलनकारियों और शहीदों का सपना है, जिसे लेकर लगातार संघर्ष करते रहेंगे.

गैरसैंण को स्थायी राजधानी बनाने की मांग को लेकर मुखर हुई UKD

महेंद्र सिंह रावत ने बताया कि हम आंदोलनकारियों और शहीदों का सपना है कि गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित किया जाय. मगर वर्तमान सरकार ने इसे एशगाह के लिये ग्रीष्मकालीन राजधानी घोषित किया है. इसका यूकेडी पुरजोर विरोध करती है. उन्होंने कहा उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों की स्थाई राजधानी के लिए लड़ाई जारी रहेगी. उन्होंने विरोधी पार्टियों पर निशाना साधते हुए कहा कि राष्ट्रीय पार्टियों को स्थाई राजधानी से ज्यादा अपना वोट बैंक प्यारा है, जिसके कारण वे गैरसैंण को स्थाई राजधानी घोषित नहीं कर पा रही हैं.
पढ़ें- देश को मिले 333 जांबाज, जानिए उत्तराखंड से कितने बने सैन्य अफसर

बता दें उत्तराखंड क्रांति दल की ओर से आंदोलन के दौरान 1992 में ब्लू प्रिंट जारी कर उत्तराखंड की राजधानी गैरसैंण को चंद्रनगर नाम दिया गया था. राज्य बनने के 20 वर्षों के बाद भी राज्य को स्थाई राजधानी नहीं मिल पाई है, जिसे लेकर यूकेडी एक बार फिर से मुखर हो गई है.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.