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शहीद राज्य आंदोलनकारियों को दी श्रद्धांजलि, पृथक राज्य के लिए प्राण किए थे न्यौछावर

पौड़ी के प्रेक्षागृह के समीप उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुए आंदोलनकारियों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम समेत राज्य आंदोलनकारियों श्रद्धांजलि दी.

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Published : Aug 8, 2019, 7:34 PM IST

शहीद राज्य आंदोलनकारियों को दी श्रद्धांजलि

पौड़ी: 1994 में पौड़ी से ही उत्तराखंड राज्य आंदोलन की शुरुआत हुई थी. गुरुवार को पौड़ी में उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुए आंदोलनकारियों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम और अन्य ने राज्य आंदोलनकारियों श्रद्धांजलि दी. इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम ने कहा कि राज्य के लिए बलिदान देने वाले आंदोलनकारियों को उत्तराखंड का हर व्यक्ति याद रखेगा. जिनके बलिदानों के बाद ही पृथक राज्य के रूप में उत्तराखंड प्राप्त हुआ है.

शहीद राज्य आंदोलनकारियों को दी श्रद्धांजलि.

ये भी पढ़ें:रोडवेज बस ने बाइक सवार पिता-पुत्र को कुचला, एक की मौत

बता दें कि 8 अगस्त 1994 को नगर से ही राज्य के आंदोलन की चिंगारी की शुरुआत हुई थी. पौड़ी और पूरे उत्तराखंड के आंदोलनकरियों की मदद से ही उन्हें उत्तराखंड राज्य प्राप्त हुआ. जिन आंदोलनकारियों ने इसमें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. उन शहीदों को आज श्रद्धांजलि दी गई.

इस मौके पर यशपाल बेनाम ने कहा कि उत्तराखंड बनने के बाद जिस तरह से पौड़ी से पलायन हुआ है इसका जल्द हल निकालना जरूरी है. जिस तरह से लंबे समय से कश्मीर मामले में जो सकारात्मक परिणाम निकल कर आया है उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश की सरकार पौड़ी के विकास के लिए भी जल्द ही सकारात्मक कदम उठाएगी.

वहीं, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी बीरा भंडारी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलन की शुरुआत पौड़ी से ही हुई थी. वह शासन-प्रशासन से लंबे समय से मांग कर रहीं है कि इसे आंदोलनकारियों की नगरी घोषित किया जाए. साथ ही आंदोलन में सभी की भूमिका महत्वपूर्ण रही है. इसलिए यहां के बाशिदों को उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को समान वेतन मिलना चाहिए. किसी के साथ भी भेदभाव नहीं होना चाहिए.

पौड़ी: 1994 में पौड़ी से ही उत्तराखंड राज्य आंदोलन की शुरुआत हुई थी. गुरुवार को पौड़ी में उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुए आंदोलनकारियों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम और अन्य ने राज्य आंदोलनकारियों श्रद्धांजलि दी. इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम ने कहा कि राज्य के लिए बलिदान देने वाले आंदोलनकारियों को उत्तराखंड का हर व्यक्ति याद रखेगा. जिनके बलिदानों के बाद ही पृथक राज्य के रूप में उत्तराखंड प्राप्त हुआ है.

शहीद राज्य आंदोलनकारियों को दी श्रद्धांजलि.

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बता दें कि 8 अगस्त 1994 को नगर से ही राज्य के आंदोलन की चिंगारी की शुरुआत हुई थी. पौड़ी और पूरे उत्तराखंड के आंदोलनकरियों की मदद से ही उन्हें उत्तराखंड राज्य प्राप्त हुआ. जिन आंदोलनकारियों ने इसमें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. उन शहीदों को आज श्रद्धांजलि दी गई.

इस मौके पर यशपाल बेनाम ने कहा कि उत्तराखंड बनने के बाद जिस तरह से पौड़ी से पलायन हुआ है इसका जल्द हल निकालना जरूरी है. जिस तरह से लंबे समय से कश्मीर मामले में जो सकारात्मक परिणाम निकल कर आया है उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश की सरकार पौड़ी के विकास के लिए भी जल्द ही सकारात्मक कदम उठाएगी.

वहीं, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी बीरा भंडारी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलन की शुरुआत पौड़ी से ही हुई थी. वह शासन-प्रशासन से लंबे समय से मांग कर रहीं है कि इसे आंदोलनकारियों की नगरी घोषित किया जाए. साथ ही आंदोलन में सभी की भूमिका महत्वपूर्ण रही है. इसलिए यहां के बाशिदों को उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को समान वेतन मिलना चाहिए. किसी के साथ भी भेदभाव नहीं होना चाहिए.

Intro:आज ही के दिन साल 1994 में पौड़ी से ही उत्तराखंड राज्य आंदोलन की शुरुआत की गई थी आज पौड़ी के प्रेक्षागृह के समीप उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुए आंदोलनकारियों की कुर्बानियों को याद करते हुए उन्हें पुष्प अर्पित किए गए। इसमें नगर पालिका अध्यक्ष समेत राज्य आंदोलनकारियों ने नम आंखों से उन्हें याद किया और कहा कि उनके इस बलिदान को उत्तराखंड का हर व्यक्ति याद रखेगा उनके इन बलिदानों के बाद ही हमें पृथक राज्य के रूप में उत्तराखंड प्राप्त हुआ है.


Body:नगर पालिका अध्यक्ष पौड़ी यशपाल बेनाम ने बताया कि उत्तराखंड आंदोलन की शुरुआत पौड़ी से हुई थी 8 अगस्त 1994 को पौड़ी से ही राज्य के आंदोलन की चिंगारी की शुरुआत की हुई थी। पौड़ी व पूरे उत्तराखंड के आंदोलनकरियो की मदद से ही उन्हें उत्तराखंड राज्य प्राप्त हुआ जिन भी आंदोलनकारियों ने इसमें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी उन शहीदों को आज श्रद्धांजलि दी गयी। बेनाम ने कहा कि उत्तराखंड बनने के बाद जिस तरह से पहाड़ों से तेजी से पलायन हुआ है और सबसे आदिक पौड़ी की उपेक्षा हुई है उसका भी जल्द हल निकलरकर आएगा। जिस तरह से लंबे समय से कश्मीर मामले में जो सकारात्मक परिणाम निकल कर आया है उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश की सरकार पौड़ी के विकास के लिए भी जल्द ही सकारात्मक परिणाम लाएगी।
बाईट-यशपाल बेनाम(नगर पालिका अध्यक्ष पौड़ी)





Conclusion:उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी बीरा भंडारी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलन की शुरुआत पौड़ी से ही की गई थी और वह शासन-प्रशासन से लंबे समय से मांग कर रहे हैं कि इसे आंदोलनकारियों की नगरी घोषित किया जाए। इसके साथ ही आंदोलन में सभी की भूमिका महत्वपूर्ण रही है इसलिए उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को समान वेतन मिलना चाहिए किसी के साथ भी भेदभाव नही होना चाहिए।
बाईट-बीरा भंडारी(राज्य आंदोलनकारी)
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