पौड़ी: 1994 में पौड़ी से ही उत्तराखंड राज्य आंदोलन की शुरुआत हुई थी. गुरुवार को पौड़ी में उत्तराखंड राज्य आंदोलन के दौरान शहीद हुए आंदोलनकारियों को पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी गई. जिसमें नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम और अन्य ने राज्य आंदोलनकारियों श्रद्धांजलि दी. इस दौरान नगर पालिका अध्यक्ष यशपाल बेनाम ने कहा कि राज्य के लिए बलिदान देने वाले आंदोलनकारियों को उत्तराखंड का हर व्यक्ति याद रखेगा. जिनके बलिदानों के बाद ही पृथक राज्य के रूप में उत्तराखंड प्राप्त हुआ है.
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बता दें कि 8 अगस्त 1994 को नगर से ही राज्य के आंदोलन की चिंगारी की शुरुआत हुई थी. पौड़ी और पूरे उत्तराखंड के आंदोलनकरियों की मदद से ही उन्हें उत्तराखंड राज्य प्राप्त हुआ. जिन आंदोलनकारियों ने इसमें अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी. उन शहीदों को आज श्रद्धांजलि दी गई.
इस मौके पर यशपाल बेनाम ने कहा कि उत्तराखंड बनने के बाद जिस तरह से पौड़ी से पलायन हुआ है इसका जल्द हल निकालना जरूरी है. जिस तरह से लंबे समय से कश्मीर मामले में जो सकारात्मक परिणाम निकल कर आया है उन्हें उम्मीद है कि प्रदेश की सरकार पौड़ी के विकास के लिए भी जल्द ही सकारात्मक कदम उठाएगी.
वहीं, उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी बीरा भंडारी ने कहा कि उत्तराखंड राज्य आंदोलन की शुरुआत पौड़ी से ही हुई थी. वह शासन-प्रशासन से लंबे समय से मांग कर रहीं है कि इसे आंदोलनकारियों की नगरी घोषित किया जाए. साथ ही आंदोलन में सभी की भूमिका महत्वपूर्ण रही है. इसलिए यहां के बाशिदों को उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारियों को समान वेतन मिलना चाहिए. किसी के साथ भी भेदभाव नहीं होना चाहिए.