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सतपाल महाराज ने महाकालिंका मंदिर में टेका मत्था, शैव सर्किट से जुड़ेगा धाम

प्रसिद्ध शक्तिपीठ महाकालिंका मंदिर पहुंचे पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने लोक कलाकारों के लिए पहचान पत्र जारी करने की बात कही. इसके आधार पर उनका जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा और दुर्घटना बीमा भी होगा. वहीं, उन्होंने कहा कि महाकालिंका मंदिर को शैव सर्किट से जोड़ा जाएगा.

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सतपाल महाराज
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Published : Oct 14, 2021, 7:18 PM IST

Updated : Oct 14, 2021, 7:54 PM IST

श्रीनगरः पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने प्रसिद्ध शक्तिपीठ महाकालिंका मंदिर के नवनिर्मित भवन के उद्घाटन और मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में शिरकत की. यह मंदिर पौड़ी-अल्मोड़ा की सीमा पर स्थित है. जिसे लेकर महाराज ने कहा कि गढ़वाल और कुमाऊं को जोड़ने वाली सड़कों को प्राथमिकता से तैयार किया जा रहा है. साथ ही कालिंका मंदिर को शैव सर्किट से जोड़ने की बात कही. वहीं, उन्होंने लोक कलाकारों के लिए पहचान पत्र जारी करने की घोषणा भी की.

प्रसिद्ध शक्तिपीठ महाकालिंका मंदिर पहुंचे पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने पूजा अर्चना की और मां भगवती के चरणों में माथा भी टेका. इस दौरान सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड के लोक कलाकारों को संस्कृति विभाग की ओर से एक पहचान पत्र जारी किया जाएगा. इस पहचान पत्र में कलाकार का आधार नंबर, आय एवं अन्य सभी प्रकार के विवरण उपलब्ध होंगे. यह पहचान पत्र सभी कलाकारों को हर प्रकार की सुविधाएं दिलाने में बेहद उपयोगी होगा.

सतपाल महाराज ने महाकालिंका मंदिर में टेका मत्था.

ये भी पढ़ेंः गोविषाण टीले को बुद्धिस्ट सेंटर के रूप में विकसित करने की कवायद, तिब्बत गुरु से बातचीत करेगी सरकार

महाराज ने कहा कि कलाकारों की पहचान ग्राम सभा, ब्लॉक और नगरपालिका स्तर से होगी. ऐसा करने से जमीनी एवं पारंपरिक कलाओं से जुड़े वास्तविक कलाकारों की सही पहचान हो पाएगी. कलाकारों को उनकी श्रेणी और कला के अनुसार श्रेणीबद्ध किया जाएगा. पहचान पत्र के आधार पर संस्कृति विभाग चयनित कलाकारों का जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा और दुर्घटना बीमा भी कराएगा.

वहीं, उन्होंने 45 साल से अधिक आयु के चयनित कलाकारों के माध्यम से उनके निकटवर्ती पंचायत घरों, सामुदायिक भवनों और मिलन केंद्रों में सांस्कृतिक कार्यशालाएं संचालित कराने की घोषणा की. जिससे उनके लिए नियमित आर्थिकी की व्यवस्था हो सके. उन्होंने यह भी घोषणा की कि संस्कृति विभाग की ओर से निर्माणाधीन प्रेक्षागृहों को सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा. जिससे खराब मौसम आदि में भी कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें.

ये भी पढ़ेंः महाराज की 'महामाया', हाईटेक कॉलर माइक लगाकर डॉक्टरों को डांटने का ACTION

सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही है. अब शीतकालीन टूरिज्म चलाने पर जोर दिया जा रहा है. जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिल सके. कालिंका मंदिर के अलावा विभिन्न मंदिरों को विकसीत किया जाएगा. जिससे लोग उनके महत्व को जान सके. इसके अलावा पेयजल, सड़क आदि सुविधाओं को भी दुरुस्त किया जाएगा. वहीं, मेले में लोक कलाकारों में रंगारंग प्रस्तुतियां दी. जबकि, मेले में भारी भीड़ उमड़ी रही.

श्रीनगरः पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने प्रसिद्ध शक्तिपीठ महाकालिंका मंदिर के नवनिर्मित भवन के उद्घाटन और मूर्ति स्थापना कार्यक्रम में शिरकत की. यह मंदिर पौड़ी-अल्मोड़ा की सीमा पर स्थित है. जिसे लेकर महाराज ने कहा कि गढ़वाल और कुमाऊं को जोड़ने वाली सड़कों को प्राथमिकता से तैयार किया जा रहा है. साथ ही कालिंका मंदिर को शैव सर्किट से जोड़ने की बात कही. वहीं, उन्होंने लोक कलाकारों के लिए पहचान पत्र जारी करने की घोषणा भी की.

प्रसिद्ध शक्तिपीठ महाकालिंका मंदिर पहुंचे पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री सतपाल महाराज ने पूजा अर्चना की और मां भगवती के चरणों में माथा भी टेका. इस दौरान सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड के लोक कलाकारों को संस्कृति विभाग की ओर से एक पहचान पत्र जारी किया जाएगा. इस पहचान पत्र में कलाकार का आधार नंबर, आय एवं अन्य सभी प्रकार के विवरण उपलब्ध होंगे. यह पहचान पत्र सभी कलाकारों को हर प्रकार की सुविधाएं दिलाने में बेहद उपयोगी होगा.

सतपाल महाराज ने महाकालिंका मंदिर में टेका मत्था.

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महाराज ने कहा कि कलाकारों की पहचान ग्राम सभा, ब्लॉक और नगरपालिका स्तर से होगी. ऐसा करने से जमीनी एवं पारंपरिक कलाओं से जुड़े वास्तविक कलाकारों की सही पहचान हो पाएगी. कलाकारों को उनकी श्रेणी और कला के अनुसार श्रेणीबद्ध किया जाएगा. पहचान पत्र के आधार पर संस्कृति विभाग चयनित कलाकारों का जीवन बीमा, स्वास्थ्य बीमा और दुर्घटना बीमा भी कराएगा.

वहीं, उन्होंने 45 साल से अधिक आयु के चयनित कलाकारों के माध्यम से उनके निकटवर्ती पंचायत घरों, सामुदायिक भवनों और मिलन केंद्रों में सांस्कृतिक कार्यशालाएं संचालित कराने की घोषणा की. जिससे उनके लिए नियमित आर्थिकी की व्यवस्था हो सके. उन्होंने यह भी घोषणा की कि संस्कृति विभाग की ओर से निर्माणाधीन प्रेक्षागृहों को सांस्कृतिक केंद्रों के रूप में विकसित किया जाएगा. जिससे खराब मौसम आदि में भी कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर सकें.

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सतपाल महाराज ने कहा कि चारधाम यात्रा सुचारू रूप से चल रही है. अब शीतकालीन टूरिज्म चलाने पर जोर दिया जा रहा है. जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिल सके. कालिंका मंदिर के अलावा विभिन्न मंदिरों को विकसीत किया जाएगा. जिससे लोग उनके महत्व को जान सके. इसके अलावा पेयजल, सड़क आदि सुविधाओं को भी दुरुस्त किया जाएगा. वहीं, मेले में लोक कलाकारों में रंगारंग प्रस्तुतियां दी. जबकि, मेले में भारी भीड़ उमड़ी रही.

Last Updated : Oct 14, 2021, 7:54 PM IST
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