श्रीनगरः मार्च 2019 में साइबर क्राइम के तहत नौकरी का झांसा देकर श्रीकोट निवासी एक युवक से 2 लाख 55 हजार रुपए ठग लिए गए थे. उस वक्त पीड़ित युवक का मामला कोतवाली श्रीनगर में दर्ज नहीं किया गया. वहीं अब मामले की शिकायत 2021 में डीआईजी से की गई तो दो साल बाद मुकदमा श्रीनगर कोतवाली में दर्ज किया गया.
साइबर क्राइम में मामला दर्ज करने के बाद पुलिस को पूर्व में गृह मंत्रालय से भी पत्र आया था. किन्तु तब भी मुकदमा दर्ज नहीं किया गया. नौकरी के झांसे में आए श्रीकोट निवासी अरुण पंत ने बताया कि ऑनलाइन जॉब प्रोवाइडिंग कंपनी में उन्होंने अपना रिज्यूम डाला था. इसके बाद जॉब प्रोवाइडिंग पोर्टल के जरिए उन्हें मार्च 2019 में देहरादून जौलीग्रांट एयरपोर्ट में असिस्टेंट मैनेजर की पोस्ट हेतु फोन आया. उन्होंने उक्त पोर्टल को ऑनलाइन देखा तो सब सही था. किंतु बाद में पता चला कि उक्त पोर्टल के नाम पर फर्जी पोर्टल बनाया गया है. हालांकि पता चलने से पहले उनसे नामांकन, ड्रेस फीस, मीटिंग फीस और एचआर फीस के रूप में 2 लाख 55 हजार रुपये अलग-अलग बैंक अकाउंट के जरिए मांगे गए थे.
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उक्त कंपनी दिल्ली की बताई जा रही है. अब जब युवक ने डीआईजी से दून में मिलकर कार्रवाई की मांग की तो डीआईजी के निर्देश पर दो साल बाद केस दर्ज किया गया. मामले में एसएसआई रविंद्र ने बताया कि कोतवाली में मुकदमा पंजीकृत कर पूरे घटनाक्रम की गहनता से जांच शुरू कर दी गई है.