कोटद्वार: बीरोंखाल ब्लॉक की देवकुंडई गांव में एक बार फिर से गुलदार दिखाई देने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. गुलदार के दहशत से ग्रामीण शाम ढलते ही घरों में कैद होने को मजबूर हैं. ग्रामीणों ने वन विभाग से क्षेत्र में पिंजरा लगाने की मांग कर रहे है.
बता दें कि क्षेत्र के देवकुंडई गांव में एक बार फिर से गुलदार के दहशत से ग्रामीण शाम होते ही घरों में कैद हो जाते है. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में दो गुलदार खेतों में घूम रहे हैं, जिस कारण स्थानीय लोग सहमे हुए हैं. वही बच्चे स्कूल नहीं जा पा रहे है. उन्होंने बताया कि वन विभाग से गुलदार दिखने की कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन अभी तक न कोई वनकर्मी गांव में पहुंचा, न ही पिंजरा लगाया गया.
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गौर हो कि 4 अक्टूबर 2019 को खेत से घर लौट रही 1राखी (11) और राघव (4) पर गुलदार ने हमला कर दिया था. इस दौरान राखी ने बहादुरी का परिचय देते हुए भाई की जान बचाई थी. जिसमें वह बुरी तरह से घायल हो गई थी. उस दौरान वन विभाग ने गांव में पिंजरे लगाकर दो गुलदार पकड़े थे. वहीं 8 दिसंबर 2019 को अपनी मां के साथ गौशाला में गए 9 साल के मासूम अनिकेतन को गुलदार ने निवाला बना दिया था. बच्चे की मौत के बाद वन विभाग ने गुलदार को आदमखोर घोषित कर दो शिकारियों को गांव में तैनात किया था. वही, शिकारी ने 26 दिसंबर को आदमखोर गुलदार को मार डाला था. लेकिन एक सप्ताह बाद फिर गांव में दो गुलदार देखे जाने से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.