श्रीनगर: बीएड कर शिक्षा के क्षेत्र में अपने करियर को संवारना वालों के लिए ये खबर जरूरी है. पहली बार शुरू हो रहे चार वर्षीय अध्यापक शिक्षा कार्यक्रम (ITEP ) बीएड पाठ्यक्रम के मामले में एचएनबी केन्द्रीय गढ़वाल विश्वविद्यालय ने स्थिति स्पष्ट कर दी है. सीयूईटी यूजी (संयुक्त विश्वविद्यालय प्रवेश परीक्षा) एवं एनसीईटी (राष्ट्रीय संयुक्त प्रवेश परीक्षा) में सफल छात्र छात्राएं एडमिशन प्रक्रिया में शामिल हो सकते हैं.
राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षा परिषद (एनसीटीई) ने शिक्षण की गुणवत्ता में समग्र विकास को प्राप्त करने के उद्देश्य से चार साल आईटीईपी बीएड कार्यक्रम शुरू किया है. इस कार्यक्रम को बेहतर शिक्षक प्रशिक्षण के रूप में देखा जा रहा है. इसमें एडमिशन लेने के लिए अभ्यर्थियों के लिए 12वीं कक्षा में 50% अंक होने जरुरी हैं. यह आईटीईपी कोर्स इस साल से शुरू हो रहा है. इससे पहले शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवारों को दो साल का बीएड कोर्स करना जरूरी होता था. लेकिन इस साल से अब शिक्षक बनने के लिए उम्मीदवारों को दो साल से और ज्यादा लगेंगे.
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लेकिन इसमें प्रवेश के सम्बन्ध में असमंजस की स्थिति बनी हुई थी. एनसीटीई ने एनसीईटी जरूरी माना था, जबकि स्टूडेंट्स ने सीयूईटी यूजी की परीक्षा दी थी. अब गढ़वाल विश्वविद्यालय ने स्पष्ट कर दिया है कि सत्र 2023-24 के लिये के अन्तर्गत बीए, बीएड, बीएससीबीएड, बीकॉम पाठ्यक्रम में प्रवेश हेतु सीयूईटी यूजी एवं एनसीईटी दोनों में से किसी भी परीक्षा में सम्मिलित छात्र- छात्राए प्रवेश के लिये पात्र होंगे.