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छात्रों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री निशंक का फूंका पुतला, JEE और NEET परीक्षा रद्द करने की मांग

देशभर में छात्र जेईई और नीट की होने वाली परीक्षा को रद्द करने की मांग सरकार से कर रही है. आज इसी के विरोध में केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का पूतला फूंका और विरोध जताया.

पौड़ी
छात्रों निशंक का पुतला फूंका
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Published : Aug 27, 2020, 3:33 PM IST

Updated : Aug 27, 2020, 10:17 PM IST

पौड़ी: कोरोना महामारी के इस दौर में सरकार ने जेईई मेन की परीक्षा एक से छह सितंबर और नीट 13 सितंबर को कराने का फैसला किया है, जिसके विरोध में आज केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का पुतला फूंका है.

शिक्षा मंत्री निशंक का फूंका पुतला

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छात्र आशीष नेगी ने बताया कि आज प्रदेश और पूरे देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. वहीं, सरकार ने परीक्षाओं की तिथि घोषित करने के बाद छात्रों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है. परीक्षाएं देने के लिए परीक्षा स्थल तक पहुंचने के लिए संसाधनों की व्यवस्था तक नहीं है. जिसके चलते छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.

वहीं, छात्र संघ सचिव गोपाल नेगी ने बताया कि उनकी मात्र एक ही मांग है कि जब तक कोरोना का संक्रमण पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता. तब तक सरकार को परीक्षाओं को स्थगित कर देना चाहिए. यदि कोरोना के इस दौर में परीक्षाएं संपन्न होती है तो संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ जाएगा. ऐसे में छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए सरकार को परीक्षाओं को स्थगित कर देना चाहिए.

पौड़ी: कोरोना महामारी के इस दौर में सरकार ने जेईई मेन की परीक्षा एक से छह सितंबर और नीट 13 सितंबर को कराने का फैसला किया है, जिसके विरोध में आज केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्रों ने केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक का पुतला फूंका है.

शिक्षा मंत्री निशंक का फूंका पुतला

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छात्र आशीष नेगी ने बताया कि आज प्रदेश और पूरे देश में कोरोना संक्रमण के मामले लगातार बढ़ते ही जा रहे हैं. वहीं, सरकार ने परीक्षाओं की तिथि घोषित करने के बाद छात्रों के भविष्य को खतरे में डाल दिया है. परीक्षाएं देने के लिए परीक्षा स्थल तक पहुंचने के लिए संसाधनों की व्यवस्था तक नहीं है. जिसके चलते छात्र-छात्राओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा.

वहीं, छात्र संघ सचिव गोपाल नेगी ने बताया कि उनकी मात्र एक ही मांग है कि जब तक कोरोना का संक्रमण पूरी तरह समाप्त नहीं हो जाता. तब तक सरकार को परीक्षाओं को स्थगित कर देना चाहिए. यदि कोरोना के इस दौर में परीक्षाएं संपन्न होती है तो संक्रमण बढ़ने का खतरा बढ़ जाएगा. ऐसे में छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए सरकार को परीक्षाओं को स्थगित कर देना चाहिए.

Last Updated : Aug 27, 2020, 10:17 PM IST
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