पौड़ी: एमएचआरडी की ओर से केंद्रीय विश्वविद्यालय के फाइनल सेमेस्टर की परीक्षा कराने के संबंध में आदेश जारी किये हैं. ऐसे में केंद्रीय विश्वविद्यालय के पौड़ी परिसर में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं ने इस आदेश के खिलाफ सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ कर विरोध प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारियों का कहना है कि पौड़ी परिसर में पढ़ने वाले छात्र अलग-अलग राज्यों से आते हैं. ऐसे में परीक्षा से पहले जो भी छात्र बाहर से आएंगे, उनके क्वारंटाइन की यहां कोई व्यवस्था नहीं है. ऐसे में छात्रों और अन्य लोगों को कोरोना संक्रमण का खतरा है. साथ ही एमएचआरडी का यह निर्णय छात्रों के हित में नहीं है.
एनएसयूआई के प्रदेश सचिव मोहित सिंह ने बताया कि एमएचआरडी की ओर से छात्रों के परीक्षाओं के संबंध में आदेश पारित किया गया है. उसका वह विरोध कर रहे हैं. पौड़ी परिसर में पढ़ने वाले छात्र अलग-अलग राज्यों से आते हैं. उत्तराखंड में भी कोरोना का संक्रमण समाप्त नहीं हुआ है. अभी बाहर से आने वाले छात्रों को परिसर में क्वारंटाइन करने की कोई व्यवस्था तक नहीं है. जिससे अन्य छात्रों में संक्रमण फैलने का खतरा है.
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उन्होंने एमएचआरडी मंत्री से गुजारिश कर रहे हैं कि फाइनल ईयर के छात्रों के परीक्षाएं स्थगित की जाए. ताकि कोरोना का संक्रमण कॉलेज तक ना पहुंचे. वहीं, छात्रसंघ सचिव गोपाल नेगी ने बताया कि आज केंद्रीय मानव संसाधन मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक के आदेश के विरोध में बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया गया. उन्होंने कहा कि कोरोना के संक्रमण से छात्र-छात्राएं अभी तक सुरक्षित हैं. वह इस आदेश का विरोध करते हुए फाइनल ईयर की परीक्षाओं को स्थगित करने की मांग कर रहे हैं.