पौड़ी: अंकिता भंडारी मर्डर (Ankita Bhandari murder case) को लेकर लोगों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है. लोग आरोपियों को फांसी दिए जाने की मांग कर रहे हैं. जिला मुख्यालय पौड़ी में डीएम कार्यालय के बाहर अंकिता हत्याकांड में शामिल आरोपियों को फांसी की सजा दिलाने की मांग को लेकर छात्रों व शहरवासियों का गुस्सा एक बार फिर सातवें आसमान पर जा पहुंचा. आक्रोशित प्रदर्शनकारियों (Peoples Protest in Pauri) ने रैली निकालकर डीएम कार्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया.
अंकिता हत्याकांड की जांच सीबीआई से कराने की मांग: इस दौरान प्रदर्शनकारियों व पुलिस के बीच कई बार तीखी नोकझोंक भी हुई. जिसमें कांग्रेस के प्रदेश सचिव घायल हो गए. मौके पर एबुलेंस भी बुलानी पड़ी. अंकिता हत्याकांड में आरापियों को फांसी की सजा दिलाने, हत्याकांड में वीआईपी का नाम बताने, हत्याकांड की सीबीआई जांच (Demand for CBI inquiry into Ankita murder case) करवाने, अंकिता के परिवार से एक व्यक्ति को नौकरी देने, पोस्टमार्टम रिपोर्ट को सार्वजनिक करने की मांग की गई.
मुकदमा दूसरे राज्य में स्थानांतरित करने की मांग: इसके साथ ही प्रदर्शनकारियों ने अंकिता हत्याकांड (Ankita Bhandari case) के मुकदमे को उत्तराखंड से बाहर किसी अन्य राज्य में स्थानांतरित करने की मांग उठाई गई. इस दौरान आक्रोशित छात्र व लोग डीएम कार्यालय के बाहर ही धरने में बैठ गए और डीएम को बुलाने की मांग पर अड़ गए. लेकिन काफी देर तक भी डीएम यहां नहीं पहुंचे.
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कांग्रेस प्रदेश सचिव दीपक असवाल हुए घायल: जिससे छात्र व लोग भड़क गए और जबरन डीएम कार्यालय में घुसने लगे. इस दौरान प्रदर्शनकारियों व पुलिस की कई बार नोकझोंक भी हो गई और कांग्रेस के प्रदेश सचिव दीपक असवाल भी घायल हो गए. करीब 2 घंटे बाद डीएम अपने कार्यालय आए. आक्रोशित लोगों से ज्ञापन लिया. इस दौरान लोगों ने कहा कि एसआईटी जांच से वे संतुष्ट नहीं हैं. मामले की जांच सीबीआई से करवाई जाए. प्रदर्शनकारियों ने कहा कि जल्द ही मामले की जांच सीबीआई से नहीं कराए जाने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा.
अंकिता मर्डर केस: बता दें कि पौड़ी जिले के नांदलस्यू पट्टी के डोभ श्रीकोट की रहने वाली अंकिता भंडारी ऋषिकेश के बैराज चीला मार्ग पर गंगापुर भोगपुर में स्थित वनंत्रा रिजॉर्ट में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी करती थी. ये रिजॉर्ट बीजेपी नेता विनोद आर्य के बेटे पुलकित का था. अंकिता इस रिजॉर्ट में 28 अगस्त से नौकरी कर रही थी, लेकिन बीती 18 सितंबर को अंकिता रहस्यमय तरीके से लापता हो गई थी. जिसके बाद रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य ने राजस्व पुलिस चौकी में उसकी गुमशुदगी दर्ज कराई. वहीं, 22 सितंबर तक अंकिता का कुछ पता नहीं चला. इसके बाद मामला लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को ट्रांसफर कर दिया गया.
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जब पुलिस ने जांच की तो वनंत्रा रिजॉर्ट (Vanantra Resort Rishikesh) के संचालक और उसके मैनेजरों की भूमिका सामने आई. रिजॉर्ट के कर्मचारियों से पूछताछ में पता चला कि 18 सितंबर को शाम करीब आठ बजे अंकिता रिजॉर्ट के मालिक पुलकित आर्य, मैनेजर अंकित और भास्कर के साथ रिजॉर्ट से निकली थी. लेकिन जब वो वापस लौटे तो उनके साथ अंकिता (Receptionist Ankita Bhandari) नहीं थी. इस आधार पर पुलिस ने तीनों को हिरासत में लिया और पूछताछ की, तब जाकर तीनों ने राज उगला. इसके बाद तीनों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया. कोर्ट ने तीनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है.