कोटद्वार: राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह रावत ने विभिन्न स्कूलों और आंगनबाड़ी केंद्रों के साथ ही सरकारी सस्ते गल्ले की दुकानों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने स्कूली छात्रों को दिए जाने वाले मिड डे मील के बारे में भी जानकारी ली. जिसके बाद मिड डे मील का भोजन मानकों के अनुरूप न होने पर कार्रवाई की चेतावनी दी. उधर राज्य खाद्य आयोग के औचक निरीक्षण से क्षेत्र के स्कूलों और सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान में हड़कंप मचा रहा.
औचक निरीक्षण के पहले कई स्कूलों में बनने वाले मिड डे मील का भोजन बनाने में सरसों के तेल की जगह रिफाइंड का इस्तेमाल किया जा रहा था. ऐसे में राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह रावत ने कोटद्वार पहुंच कर क्षेत्र के स्कूलों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने विद्यालय के मिड डे मील के मीनू खाद्यान्न स्टॉक रजिस्टर की जांच की. इतना ही नहीं उन्होंने विद्यालय के छात्रों से मिड डे मील के बारे में भी जानकारी ली. साथ ही भोजन बनाने वाली महिलाओं से भोजन बनाते समय एप्रिन का इस्तेमाल करने, चूल्हे की जगह गैस पर खाना बनाने और शौचालयों को साफ रखने के भी निर्देश दिए.
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राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष ने बताया कि राज्य खाद्य आयोग का औचक निरीक्षण किया गया. इस दौरान हमने कई स्कूलों में निरीक्षण किया. साथ ही किसी भी स्कूल में ऐसी कोई खामियां नहीं पाई गई. सभी स्कूलों में साफ-सफाई और मिड डे मील में गुणवत्ता पाई गई. उन्होंने कहा कि जहां तक हो सकेगा सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान, आंगनबाड़ी केंद्र और स्कूलों के स्टॉक का औचक निरीक्षण आगे भी ब-दस्तूर जारी रहेगा.