श्रीनगर: राज्य आंदोलनकारी ने की स्वतंत्रता दिवस पर प्राण त्यागने की चेतावनी दी है. राज्य आंदोलनकारी ने मुख्यमंत्री को पत्र भी भेजा है. राज्य आंदोलनकारी ने देवप्रयाग पालिका पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए प्राण त्यागने की चेतावनी दी है.
बता दें उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी हरिकृष्ण भट्ट ने नगर पालिका देवप्रयाग पर उत्पीड़न का आरोप लगाते आगामी स्वतंत्रता दिवस पर तिरंगे के नीचे प्राण त्यागने की चेतावनी दी है. उन्होंने इस संबंध में मुख्यमंत्री को पत्र भेजा है. हरिकृष्ण भट्ट की घोषणा के बाद पुलिस, प्रशासन सतर्क हो गया है. उनके इस कदम के बाद लोगों में हड़कंप का माहौल है.
शुक्रवार को राज्य आंदोलनकारी हरिकृष्ण भट्ट ने एसडीएम कीर्तिनगर के माध्यम से मुख्यमंत्री को पत्र भेजा. राज्य आंदोलनकारी ने पत्र में नगर पालिका देवप्रयाग पर विकास कार्यों में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया. उन्होंने कहा क्षेत्र की शांता नदी पर किए गए अनियोजित निर्माण से आपदा आने, बाह बाजार स्थित बारातघर का निर्माण गुणवत्तापरक नहीं होने से दरारें आने सहित अन्य कई आरोप लगाए.
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राज्य आंदोलनकारी भट्ट ने ने पालिका पर उत्पीड़न का आरोप लगाया. उन्होंने बताया वर्ष 2000 में शांति बाजार में आजीविका के लिए 98 हजार की पगड़ी पर दुकान ली थी. अब पालिका ने दुकान को खाली करने की नोटिस दिया है. भट्ट ने कहा कि एक ओर सरकार राज्य आंदोलनकारियों को पेंशन व अन्य सुविधा दे रही है, वहीं पालिका उनसे रोजगार छीनने पर आमादा है. उन्होंने कहा पालिका का भ्रष्टाचार उजागर करने पर उन्हें पुरस्कार प्रदान किए जाने के बजाय उत्पीड़न किया जा रहा है. राज्य आंदोलनकारी भट्ट ने कहा सीएम को भेजे पत्र पर आगामी 14 अगस्त तक सकारात्मक कार्रवाई नहीं होने पर स्वतंत्रता दिवस के पर्व पर तिरंगे के नीचे प्राण त्याग दूंगा.
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मामले में नगर पालिका ईओ ने बताया शांति बाजार में राज्य आंदोलनकारी की दुकान के समीप पुल का निर्माण होना है. निर्माण कार्य के चलते राज्य आंदोलनकारी से कुछ समय के लिए दुकान अन्यत्र शिफ्ट किए जाने का अनुरोध किया गया था.