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पौड़ी बस हादसे में बीड़ी की लत ने बचाई धीरेंद्र की जान, जानिए कैसे

वैधानिक चेतावनी 'बीड़ी पीना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है', लेकिन पौड़ी बस हादसे से सही सलामत लौटे धीरेंद्र सिंह का कहना है कि मेरे लिए बीड़ी पीना जान के लिए स्वास्थ्यकारक है. आज बीड़ी की वजह से मुझे जीवनदान मिला है. दरअसल, बीड़ी पीने की लत की वजह से बस हादसे में धीरेंद्र की जान बची है. पढ़िए एक बीड़ी ने कैसे बचाई धीरेंद्र की जान.

Dhirendra Singh
बीड़ी की लत ने बचाई धीरेंद्र की जान
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Published : Oct 6, 2022, 2:16 PM IST

Updated : Oct 6, 2022, 2:55 PM IST

पौड़ीः धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है, लेकिन पौड़ी बस हादसे में बीड़ी की लत ने एक व्यक्ति की जान बचाई है. जी हां, इसी बीड़ी के धुंए के चक्कर में बीरोंखाल के सिमड़ी में हुए बस हादसे में धीरेंद्र सिंह के साथ अन्य चार से पांच लोगों की जानें बच गईं. जिसके बाद बीड़ी पीने वाला बीड़ी को ही अपना भगवान मानने लगा है. अब धीरेंद्र ने जल्द ही सत्यनारायण का पाठ कराने की बात कही है.

हरिद्वार के लालढांग से पौड़ी के बीरोंखाल के कांडा गांव आने वाले बारात का सिमड़ी के पास ही भयानक हादसा हो गया. इस बस हादसे में सुरक्षित बचे लोगों के साथ रोचक किस्से भी जुड़े गए हैं. ऐसा ही किस्सा बाराती धीरेंद्र सिंह ने साझा किया. धीरेंद्र सिंह ने बताया कि सिमड़ी के पास पहुंचते ही उन्हें बीड़ी पीने की तलब लगी. वो बस में पीछे की सीट पर बैठकर ही बीड़ी फूंकने लगे. बीड़ी के उठते धुंए से बच्चों और महिलाओं को परेशानी होने लगी तो सभी लोगों ने धीरेंद्र को बस के दरवाजे के पास जाने के लिए कहा.

पौड़ी बस हादसे में बीड़ी की लत ने बचाई धीरेंद्र की जान.

जिसके बाद धीरेंद्र मजे से बस का दरवाजा खोलकर ही बीड़ी पीने लगा. इसी बीच सिमड़ी के पास ही बस की कमानी टूटने की जोर की आवाज हुई. बस ने एक तरफ झोंक खा लिया, लेकिन इसी बीच मौका देखकर धीरेंद्र सिंह और अन्य तीन से चार युवक भी एक साथ ही बस से सही सलामत बाहर कूद पड़े, लेकिन अन्य लोग धीरेंद्र जितने खुश किस्मत नहीं थे. धीरेंद्र की आंखों के सामने ही बारातियों से भरी बस देखते ही देखते 300 मीटर गहरी खाई जा गिरी.
ये भी पढ़ेंः पौड़ी बस हादसे में मौत के मुंह से लौटे दो युवक, बताया कैसे बची उनकी जान

धीरेंद्र सिंह को बीड़ी पीने पर हो रहा नाज, करेंगे बीड़ी का दानः वहीं, अब धीरेंद्र सिंह को बीड़ी पीने पर बड़ा नाज (Bidi Addiction Saved Dhirendra Life) हो रहा है. उनका कहना है कि बीड़ी पीने की आदत की वजह से ही उनकी जान बच पायी. उन्होंने कहा कि घर पहुंचने के बाद जल्द ही सत्यनारायण की कथा करवांएगे. इतना ही नहीं धीरेंद्र ने कहा कि अब मंलगवार को बीड़ी के बंडल दान भी करेंगे.

क्या था पौड़ी बस हादसा? बता दें कि बीती 4 अक्टूबर की देर शाम लालढांग से बीरोंखाल के कांडा तल्ला गांव जा रही बारातियों से भरी बस सिमड़ी के पास खाई में गिर गई थी. इस दर्दनाक हादसे में अभी तक 33 लोगों की मौत हो गई है. जबकि, कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह हादसा बेहद भयावह था. जिसमें कई लोग काल के गाल में समा गए. जहां लोग खुशी खुशी शादी समारोह में शिरकत करने जा रहे थे, लेकिन दुल्हन के गांव के करीब ही यह हादसा हो गया. जिससे पल भर में खुशियां मातम में बदल गई.

पौड़ीः धूम्रपान स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है, लेकिन पौड़ी बस हादसे में बीड़ी की लत ने एक व्यक्ति की जान बचाई है. जी हां, इसी बीड़ी के धुंए के चक्कर में बीरोंखाल के सिमड़ी में हुए बस हादसे में धीरेंद्र सिंह के साथ अन्य चार से पांच लोगों की जानें बच गईं. जिसके बाद बीड़ी पीने वाला बीड़ी को ही अपना भगवान मानने लगा है. अब धीरेंद्र ने जल्द ही सत्यनारायण का पाठ कराने की बात कही है.

हरिद्वार के लालढांग से पौड़ी के बीरोंखाल के कांडा गांव आने वाले बारात का सिमड़ी के पास ही भयानक हादसा हो गया. इस बस हादसे में सुरक्षित बचे लोगों के साथ रोचक किस्से भी जुड़े गए हैं. ऐसा ही किस्सा बाराती धीरेंद्र सिंह ने साझा किया. धीरेंद्र सिंह ने बताया कि सिमड़ी के पास पहुंचते ही उन्हें बीड़ी पीने की तलब लगी. वो बस में पीछे की सीट पर बैठकर ही बीड़ी फूंकने लगे. बीड़ी के उठते धुंए से बच्चों और महिलाओं को परेशानी होने लगी तो सभी लोगों ने धीरेंद्र को बस के दरवाजे के पास जाने के लिए कहा.

पौड़ी बस हादसे में बीड़ी की लत ने बचाई धीरेंद्र की जान.

जिसके बाद धीरेंद्र मजे से बस का दरवाजा खोलकर ही बीड़ी पीने लगा. इसी बीच सिमड़ी के पास ही बस की कमानी टूटने की जोर की आवाज हुई. बस ने एक तरफ झोंक खा लिया, लेकिन इसी बीच मौका देखकर धीरेंद्र सिंह और अन्य तीन से चार युवक भी एक साथ ही बस से सही सलामत बाहर कूद पड़े, लेकिन अन्य लोग धीरेंद्र जितने खुश किस्मत नहीं थे. धीरेंद्र की आंखों के सामने ही बारातियों से भरी बस देखते ही देखते 300 मीटर गहरी खाई जा गिरी.
ये भी पढ़ेंः पौड़ी बस हादसे में मौत के मुंह से लौटे दो युवक, बताया कैसे बची उनकी जान

धीरेंद्र सिंह को बीड़ी पीने पर हो रहा नाज, करेंगे बीड़ी का दानः वहीं, अब धीरेंद्र सिंह को बीड़ी पीने पर बड़ा नाज (Bidi Addiction Saved Dhirendra Life) हो रहा है. उनका कहना है कि बीड़ी पीने की आदत की वजह से ही उनकी जान बच पायी. उन्होंने कहा कि घर पहुंचने के बाद जल्द ही सत्यनारायण की कथा करवांएगे. इतना ही नहीं धीरेंद्र ने कहा कि अब मंलगवार को बीड़ी के बंडल दान भी करेंगे.

क्या था पौड़ी बस हादसा? बता दें कि बीती 4 अक्टूबर की देर शाम लालढांग से बीरोंखाल के कांडा तल्ला गांव जा रही बारातियों से भरी बस सिमड़ी के पास खाई में गिर गई थी. इस दर्दनाक हादसे में अभी तक 33 लोगों की मौत हो गई है. जबकि, कई घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. यह हादसा बेहद भयावह था. जिसमें कई लोग काल के गाल में समा गए. जहां लोग खुशी खुशी शादी समारोह में शिरकत करने जा रहे थे, लेकिन दुल्हन के गांव के करीब ही यह हादसा हो गया. जिससे पल भर में खुशियां मातम में बदल गई.

Last Updated : Oct 6, 2022, 2:55 PM IST
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