पौड़ी: जिला चिकित्सालय में विश्व काला मोतिया सप्ताह के तहत एक गोष्ठी का आयोजन किया गया. इस गोष्ठी में छात्र-छात्राओं को काला मोतिया के बारे में जानकारी दी गई. वहीं नेत्र विशेषज्ञ की ओर से छात्र-छात्राओं को जानकारी दी गई कि आंख प्रत्येक व्यक्ति के जीवन के लिए महत्वपूर्ण है.
विशेषज्ञों ने बताया कि लोगों की उदासीनता के चलते उनकी आंखों में काला मोतिया हो जाता है, जिसका कोई उपचार नहीं हो पाता बताया कि जागरूकता ही इसका सबसे बड़ा उपचार है. इसके विभिन्न लक्षण है खासकर यह बीमारी बढ़ती उम्र के बाद होनी शुरू होती है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को इसके प्रति जागरूक होना चाहिए.
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वहीं, नेत्र विशेषज्ञ डॉ. एसके सोनी ने छात्र-छात्राओं को काला मोतिया के लक्षण, काला मोतिया से होने वाले नुकसान आदि की विस्तार से जानकारी देते हुए कहा कि बिना चिकित्सकों की सलाह के आंखों में किसी भी प्रकार का दवा का प्रयोग ना करें. आंखों से संबंधित किसी भी समस्या के उपचार के लिए चिकित्सक के पास ही जाएं, क्योंकि जागरुकता से ही बीमारियों से बचा जा सकता है.