कोटद्वारः नगर क्षेत्र में एक पार्षद के बेटे की स्कूटी सीज करने पर पार्षदों ने कोतवाली में जमकर हंगामा किया. पार्षदों का आरोप है कि कोतवाली में तैनात एक महिला उपनिरीक्षक ने वाहन के कागजात दिखाने के बाद भी स्कूटी को सीज किया किया है. इतना ही नहीं पार्षदों ने कोतवाली के मुख्य गेट पर महिला उपनिरीक्षक के खिलाफ नारेबाजी करते हुए एएसपी से कार्रवाई की मांग की.
जानकारी के मुताबिक, एक पार्षद का बेटा कोटद्वार से लालपुर की ओर जा रहा था. तभी बेलाडाट के पास चेंकिग कर रही महिला उपनिरीक्षक ने हेलमेट ना पहने होने पर उसे रोक लिया और स्कूटी के कागजात दिखाने को कहा, लेकन पार्षद के बेटे के पास स्कूटी के मूल कागजातों की फोटो कॉपी ही मौके पर मौजूद थी. आरोप है कि महिला उपनिरीक्षक ने उसे देखने से मना कर दिया और स्कूटी को सीज कर दी.
जिसके बाद पार्षद भड़क गए और कोतवाली में पहुंचकर जमकर हंगामा किया. साथ ही महिला उपनिरीक्षक के खिलाफ नारेबाजी कर उसे हस्तांतरण करने की मांग की. वहीं, पार्षद कुलदीप नौटियाल ने बताया कि उनका बेटा शाम के करीब 5 बजे स्कूटी से आ रहा था, उसके पास हेलमेट नहीं था. जिसे एक महिला उपनिरीक्षक के रोककर वाहन का चालान कर दिया.
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उधर, मामले में अपर पुलिस अधीक्षक प्रदीप राय का कहना है कि कुछ पार्षद कोतवाली पहुंचे थे. उन्होंने हेलमेट नहीं होने पर चालान के साथ गाड़ी को सीज करने की बात कही है. उन्होंने कहा कि जब भी कोई अपना वाहन चलाएं तो अपने पास हेलमेट और गाड़ी के ओरिजिनल कागजात रखें. चालक डिजिटल लॉकर में भी वाहन के कागजात रख सकते हैं.
साथ ही कहा कि वाहन चलाते समय गाड़ी में फोटोकॉपी कागजात पाए जाते तो वह अवैध माने जाएंगे. ऐसे में सभी उप निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं, कि जब भी वो पब्लिक पैलेस पर चालान करते हैं तो बॉडी कैम यूज करें या मोबाइल से वीडियोग्राफी करें. जिसके बाद ही पब्लिक प्लेस में चालान की कार्रवाई करें.