पौड़ी: जिला मुख्यालय पौड़ी में इस बार गणतंत्र दिवस पर पहाड़ी वेशभूषा और पहाड़ी शैली की झांकियां मुख्य आकर्षण का केंद्र होंगी. इतना ही नहीं बेहतर प्रदर्शन करने वाली वेशभूषा और झांकियों को जिला प्रशासन द्वारा पुरस्कृत भी किया जाएगा. गणतंत्र दिवस की झांकी में पौराणिक नृत्यों के साथ ही पहाड़ी संस्कृति की झलक भी दिखेगी.
दरअसल, जिला प्रशासन पहाड़ी शैली और यहां की वेशभूषा को बढ़ावा देने पर जोर दे रहा है. जिससे पहाड़ी संस्कृति और परंपरा को नई पहचान दिलाई जा सके. इसके लिए डीएम ने सभी संबंधित रेखीय विभागों को अभी से तैयारियों में जुट जाने के निर्देश दिये हैं. साथ ही स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को गणतंत्र दिवस की झांकी के लिए पूरी तैयारी करने को कहा है.
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पौड़ी डीएम आशीष चौहान (Pauri DM Ashish Chauhan) ने कहा इस बार गढ़वाल मंडल मुख्यालय में गणतंत्र दिवस को अनोखे अंदाज में मनाया जाएगा. गणतंत्र दिवस पर आयोजित होने वाले कार्यक्रमों को सफल बनाने के लिए पुलिस, शिक्षा, स्वास्थ्य, नगर पालिका, नगर निगम, खेल, कृषि, संस्कृति, सूचना व होमगार्ड सहित संबंधित विभागों को अहम जिम्मेदारियां सौंपी गई हैं. उन्होंने कहा इस बार भी कंडोलिया मैदान में गणतंत्र दिवस समारोह के अवसर पर विभिन्न विभागों के साथ साथ स्वयं सहायता समूहों की पहाड़ी संस्कृति और शैली में झांकियां निकाली जाएंगी.
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गणतंत्र दिवस को यादगार बनाने के लिए मुख्यालय पौड़ी में पौराणिक लोकनृत्यों को शामिल किया जाएगा. इस बार गणतंत्र दिवस में पारंपरिक ढोल-दमाऊं एवं मशकबीन के साथ पांडव नृत्य, चौंफला, थड़िया आदि लोक नृत्यों को भी शामिल किया जाएगा. साथ ही इन लोकनृत्यों को भी झांकी में शामिल किया जाएगा. डीएम ने कहा स्वतंत्रता संग्राम सेनानी मवाकोट मोटाढाक कोटद्वार निवासी मुरली सिंह पुत्र रखेल सिंह को उनके घर पर जाकर सम्मानित भी किया जाएगा. इसके अलावा झांकियों में प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं को पुरस्कार वितरित किए जाएंगे.