श्रीनगर: आवारा कुत्तों के हमले में गंभीर रूप से घायल पांच वर्षीय बालिका रेजिना को बेस चिकित्सालय के ईएनटी विभाग ने नया जीवनदान दिया है. कुत्तों के झुंड के हमले से बालिका के गले की दो नसें कट गई थीं. केस गंभीर होने पर बेस चिकित्सालय में ईएनटी सर्जन डॉ रविन्द्र सिंह बिष्ट द्वारा बालिका का त्वरित ऑपरेशन किया गया. जिसके बाद 10 दिन तक बालिका का बेस चिकित्सालय में इलाज चलने के बाद बिल्कुल स्वस्थ होने के बाद डॉक्टरों ने उसको अस्पताल से छुट्टी दे दी. बच्ची की जान बचाने और नि:शुल्क सफल इलाज करने पर परिजनों ने डॉक्टरों का आभार प्रकट किया.
स्वस्थ होकर घर लौटी पांच साल की रेजिना: बेस चिकित्सालय में लगाए गए अत्याधुनिक उपकरणों के साथ तमाम स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराई गईं, जिससे आज कई गंभीर केसों का इलाज बेस चिकित्सालय में संभव हो पाया है. पौड़ी से आवारा कुत्तों के हमले में गंभीर रूप से घायल अवस्था में लाई गई पांच वर्षीय रेजिना को बेस चिकित्सालय के ईएनटी एवं एनेस्थीसिया विभाग द्वारा समय पर बेहतर इलाज दिया गया. जिसके बाद बच्ची स्वस्थ होकर अपने घर के लिए रवाना हुई. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉक्टर सीएमएस रावत द्वारा भी समय-समय पर रेजिना के इलाज में फीडबैक लिया गया. मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य कई बार बच्ची को वार्ड में देखने भी गये थे.
बेस अस्पताल में निशुल्क हुआ रेजिना का इलाज: रेजिना के पिता वीरेन्द्र बुढ़ा और नाना बल बहादुर ने अस्पताल में बेहतर इलाज मिलने पर डॉक्टरों का आभार प्रकट किया. उन्होंने कहा कि अस्पताल के डॉक्टरों एवं स्टाफ द्वारा समय पर उनकी बेटी रेजिना का इलाज कर उसकी जान बचाई गई है. अस्पताल में उन्हें नि:शुल्क इलाज मिला. विदित है कि बेस चिकित्सालय में बच्ची के सफल ऑपरेशन के बाद डीएम पौड़ी डॉ आशीष चौहान एवं प्राचार्य मेडिकल कॉलेज श्रीनगर डॉ सीएमएस रावत ने डॉक्टरों की टीम की सराहना करते हुए बेस अस्पताल की चिकित्सा सेवा के लिए उत्कृष्ठ कार्य बताया.
ये भी पढ़ें: पौड़ी में स्कूल जा रही पांच साल की बच्ची पर आवारा कुत्तों ने किया हमला, हालत गंभीर, एम्स ऋषिकेश रेफर
आवारा कुत्तों के हमले में घायल हुई थी रेजिना: पांच साल की रेजिना के गर्दन से लेकर सिर तक कुत्तों द्वारा बुरी तरह से काटा गया था. गर्दन की दो नसें कट गई थीं, जिनका जल्द सफल ऑपरेशन किया गया. ऑपरेशन के बाद 10 दिन तक अस्पताल में भर्ती रहने के बाद रेजिना को अब पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है.