श्रीनगर: रेलवे विकास निगम (Railway Development Corporation) द्वारा श्रीनगर के जीएनटीआई और डुंगरीपंथ में किये जा रहे निर्माण कार्य में विभिन्न पदों पर लगे कर्मचारियों ने कार्यदायी सौंगदा ऋतित्व कंपनी पर शोषण का आरोप लगाया है. कर्मचारियों का आरोप है कि उनसे कंपनी आठ घंटे की जगह 12 घंटे काम ले रही है लेकिन उन्हें ओवर टाइम का भुगतान नहीं किया जा रहा है. ऐसे में उन्होंने चेतावनी दी है कि 5 मई तक रेलवे ने इस मामले का हल नहीं निकाला तो वह अनिश्चितकालीन हड़ताल (Indefinite strike warning from May 5) के लिए मजबूर होंगे.
संविदा श्रमिक संघ के अध्यक्ष दीपक राणा एवं महासचिव धनपाल सिंह ने कंपनी के प्रबंधक एवं शासन-प्रशासन को ज्ञापन देते हुए कहा कि कंपनी द्वारा लगातार कर्मचारियों के साथ अन्याय किया जा रहा है. वह इसके विरोध में आवाज उठाने वाले कर्मचारियों का अन्य राज्यों में ट्रांसफर किया जा रहा है. जो नहीं जा रहा है, उसे नौकरी से हटा दिया जा रहा है.
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उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा घोषित न्यूनतम मजदूरी के हिसाब से भी मजदूरी नहीं दी जा रही है. टनल में काम करने वाले मजदूरों का बकाया नहीं दिया जा रहा है. साथ ही बोनस, राजकीय अवकाश, मेडिकल अवकाश, नियुक्ति पत्र, तीन वर्ष बाद पदोन्नति, सुरक्षा उपकरण, शीतकालीन भत्ता, नि:शुल्क स्वास्थ्य सुविधा, आवास भत्ता, समान कार्य समान वेतन, यात्रा भत्ता आदि दिये जाने की मांग उठाई.
संविदा श्रमिक संघ ने चेतावनी दी है कि यदि 5 मई से पूर्व कर्मचारियों की मांग पर कार्रवाई नहीं हुई तो कर्मचारियों द्वारा अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू की जायेगी. इधर, तहसील प्रशासन का कहना है कि कर्मचारियों से जुड़ी समस्याओं के संदर्भ में मांग-पत्र पहुंचने पर जो भी हल निकल सकेगा, उसके लिए संबंधित कंपनी को निर्देशित किया जायेगा.