कोटद्वार: भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (Bharat Electronics Limited) के मुख्य द्वार पर क्षेत्रीय पार्षदों और बेरोजगार युवाओं ने मैनेजमेंट के खिलाफ नारेबाजी कर पुतला दहन किया. बेरोजगार युवाओं और पार्षदों का आरोप है कि भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड ने 53 पदों पर अप्रेंटिस के लिए नियुक्ति निकाली थी, लेकिन स्थानीय युवाओं के साथ भेदभाव कर बाहरी राज्यों के युवाओं को अधिक प्राथमिकता दी गई.
युवाओं ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा अप्रेंटिस के पदों पर हुई नियुक्तियों को रद्द नहीं किया गया तो मैनेजमेंट के खिलाफ उग्र आंदोलन किया जाएगा. पार्षद सौरभ नौटियाल ने कहा पिछले कई वर्षों से बीईएल में अप्रेंटिस पदों पर नियुक्ति निकालती जाती थी, लेकिन कभी इस तरह का कोई विवाद नहीं हुआ है. जब से बीईएल में नए जीएम व एचआर यहां पर आए हैं. तब से यहां पर इस तरह की घटनाएं होना आम बात हो गई है.
ये भी पढ़ें: कृषि कानूनों की वापसी पर कांग्रेस ने मनाया 'किसान विजय दिवस', अजय मिश्रा का मांगा इस्तीफा
उन्होंने कहा वर्तमान में 53 पदों पर अप्रेंटिस के लिए नियुक्ति हुई है, उसमें उत्तराखंड के युवाओं को प्राथमिकता दी जानी थी, लेकिन इस बार इनके द्वारा मेरिट अनुसार चयन किया गया. उसमें चार उत्तराखंड के युवाओं को अप्रेंटिस पर नियुक्ति दी गयी है. हम बाहरी राज्यों के युवाओं का विरोध नहीं कर रहे हैं, लेकिन जब उद्योग हमारे उत्तराखंड में स्थापित है, तो राज्य सरकार की गाइडलाइन के मुताबिक 70% रोजगार उत्तराखंड के युवाओं को मिलना चाहिए.
पार्षद और युवाओं ने भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड द्वारा 53 पदों पर अप्रेंटिस की जो नियुक्ति की गई है, उसे तत्काल प्रभाव से रद्द करने की मांग की है. साथ ही उन्होंने चेतावनी दी कि अगर एक सप्ताह के भीतर नियुक्ति को रद्द नहीं किया गया, तो उसके बाद पूरे बीईएल की आपूर्ति रोकने का प्रयास किया जाएगा. उसके लिए हमें चाहे धरना प्रदर्शन ही क्यों नहीं करना पड़े. बीईएल द्वारा स्थानीय युवाओं के साथ लगातार भेदभाव किया जा रहा है.