श्रीनगर: राज्य आंदोलनकारी प्रेम दत्त नौटियाल की अगुवाई में श्रीनगर के मठ मंदिरों के पुनर्निर्माण के लिए आंदोलन तेज हो गया है. आंदोलनकारियों ने मांग पूरी न होने पर भूख हड़ताल की चेतावनी दी है.
गौर हो कि राज्य आंदोलनकारी प्रेम दत्त नौटियाल लंबे समय से क्षेत्र के विकास के लिए लामबंद हैं. वो खैट पर्वत पर मां भगवती सहित अन्य देवी-देवताओं के मंदिर निर्माण के लिए आंदोलन कर चुके हैं. उनके आंदोलन के फलस्वरूप खैट पर्वत पर बिजली पानी सहित मंदिरों का निर्माण कार्य हो सका.
बता दें कि साल 2013 की आपदा में श्रीनगर में प्राचीन केशव राय मंदिर सहित उसके आसपास के 6 मंदिरों का समूह अलकनंदा नदी की बाढ़ में बह गये थे. कहा जाता है कि इन मंदिरों का निर्माण आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा किया गया था. तब तत्कालीन हरीश रावत सरकार ने मंदिरों का निर्माण तो नहीं करवाया, लेकिन राज्य आंदोलनकारी प्रेम दत्त नौटियाल के आंदोलन के बाद करोड़ों रुपए से सुरक्षा दीवार का निर्माण कार्य करवाया.
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राज्य आंदोलनकारी प्रेम दत्त नौटियाल का कहना है कि साल 2013 की आपदा में केशव राय मंदिर जैसा पौराणिक मंदिर बह गया था. जिसका पुनर्निर्माण किया जाना चाहिए. साथ ही 6 अन्य मंदिर समूहों का भी निर्माण जल्द किया जाना चाहिए. उन्होंने कहा कि मांग पूरी न होने पर भूख हड़ताल की जाएगी. वहीं पूर्व नगर पालिका सभासद आशा बिष्ट ने बताया कि उनके द्वारा भी कई बार सरकार को इन मंदिरों के निर्माण के लिए कहा गया है. लेकिन आज तक एक ईंट भी मंदिरों के लिए नहीं लगाई गईं है. अगर जल्द मंदिरों का निर्माण कार्य नहीं होता तो आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा.