पौड़ी गढ़वाल: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ आज पौड़ी गढ़वाल के यमकेश्वर क्षेत्र में स्थित अपने किशोरावस्था के दौरान वाले स्कूल पहुंचे. इस मौके पर उनके साथ राज्य के कई बड़े नेताओं के साथ सीएम पुष्कर सिंह धामी भी मौजूद रहे. कई कार्यक्रमों में शामिल हुए योगी आदित्यनाथ ने अपने बचपन की यादों को कई बार बच्चों के साथ साझा किया. जब वह अपने उस स्कूल में पहुंचे जहां तक उन्होंने पांचवीं तक पढ़ाई की तो उन्होंने कई तरह की बातें भी स्कूल में बैठे लोगों के साथ शेयर की.
यूपी सीएम योगी ने अपने संबोधन में कहा कि उन्होंने राजकीय प्राथमिक विद्यालय ठांगर में 5वीं कक्षा तक पढ़ाई की है. उन्होंने कहा अपने विद्यालय में आकर उन्हें अपार प्रसन्नता का अनुभव हो रहा है. विद्यालय अब एक नए स्वरूप और आधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित होकर दिख रहा है. पिछले एक वर्ष में यहां कई महत्वपूर्ण गतिविधियां संचालित की गई हैं, जो सराहनीय हैं. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विजन को प्रभावी रूप से क्रियान्वित करने के लिए उत्तराखंड सरकार और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को बधाई और धन्यवाद दिया.
— Yogi Adityanath Office (@myogioffice) February 8, 2025
दरअसल, पौड़ी में योगी आदित्यनाथ के गांव के स्कूल के आसपास आईजीएल (इंडिया ग्लाइकोल्स लिमिटेड) द्वारा कई काम करवाए गए हैं. जिसमें अत्याधुनिक लैब, स्मार्ट क्लासरूम, वॉशरूम और वर्चुअल क्लास जैसी सुविधाएं शुरू की गई हैं. योगी ने कहा, पहले यहां पर ये सभी सुविधा का अभाव था. लेकिन अब समय के साथ सब कुछ बेहतर हो रहा है. सीएम योगी ने कहा कि पहले सीमित संसाधनों के बावजूद, गुरुजनों ने अनुशासन और समर्पण से उत्कृष्ट कार्य किए हैं. विद्यालयों में सांस्कृतिक कार्यक्रम, बाल सभाएं, खेल-कूद प्रतियोगिताएं आयोजित होती थीं, जिनका सकारात्मक प्रभाव विद्यार्थियों के व्यक्तित्व निर्माण पर पड़ता था. उस समय के विद्यार्थी विपरीत परिस्थितियों के बावजूद आगे बढ़े और सफल हुए.
श्रीमद्भगवद्गीता में कहा गया है- न हि ज्ञानेन सदृशं पवित्रमिह विद्यते।
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किसी को ज्ञानवान बना देना, इससे बढ़कर दूसरा कोई पवित्र कार्य इस दुनिया में नहीं है: मुख्यमंत्री श्री @myogiadityanath जी महाराज pic.twitter.com/rN1OITwWrE
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज सरकार के साथ निजी संस्थाएं भी शिक्षा के क्षेत्र में सहयोग कर रही हैं और क्षेत्र के विद्यालयों के विकास में योगदान दे रही हैं. सरकार और समाज मिलकर शिक्षा की गुणवत्ता सुधारने के लिए कार्य कर रहे हैं, जिससे सरकारी विद्यालयों का कायाकल्प हो रहा है. अब शिक्षकों की भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि वे इन संसाधनों का सदुपयोग कर बच्चों को श्रेष्ठ शिक्षा प्रदान करें. उन्होंने कहा, पहले शिक्षक के हाथ में छड़ी होती थी. लेकिन अभिभावक कभी नाराज नहीं होते थे. क्योंकि वे जानते थे कि शिक्षक बच्चों के भविष्य निर्माण के लिए कार्य कर रहे हैं. शिक्षक न केवल विद्यार्थियों के घर तक पहुंचते थे, बल्कि उन्हें देश और दुनिया की नवीनतम घटनाओं से भी अवगत करवाते थे.
कार्यक्रम में मौजूद सीएम धामी ने कहा, प्रदेश के लिए ये सौभाग्य की बात है कि मुख्यमंत्री योगी इसी देवभूमि उत्तराखंड से हैं. समस्त उत्तराखंड की जनता उनके प्रति अपार स्नेह और सम्मान रखती है. यह हम सभी के लिए गर्व की बात है कि मुख्यमंत्री योगी ने इस विद्यालय में कक्षा 5 तक की शिक्षा ग्रहण की थी.
बता दें की यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ के शिक्षक रहे राजेंद्र सिंह रावत ने कहा कि योगी बचपन से ही पढ़ाई और हर क्षेत्र में बहुत ही होनहार थे. उन्होंने अपने गुरुजी के मार्गदर्शन में शिक्षा ग्रहण की और हमेशा उत्कृष्टता की ओर अग्रसर रहे.
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