श्रीनगर: प्रदेश की महत्वपूर्ण ऋषिकेश कर्णप्रयाग रेलवे लाइन में दिनों दिन विवाद बढ़ते जा रहे हैं. ताजा मामला आज श्रीनगर गढ़वाल का है. यहां लंबे अरसे से जीएंटीआई ग्राउंड के नीचे से रेलवे विकास निगम की कार्यदायी कंपनी ऋत्विक कंपनी टनल की खुदाई का काम कर रही है. इस खुदाई के लिए कंपनी बड़ी मात्रा में बिस्फोटकों का इस्तेमाल कर रही है. जिससे श्रीनगर, श्रीकोट सहित अन्य इलाकों में रह रहे लोगो के घरों में बड़ी-बड़ी दरारें आ गई हैं. जिससे नाराज लोग जीएंडटीआई की टनल में जबरन घुस गए. रेलवे प्रशासन सहित जिला प्रशासन के खिलाफ लोगों ने नारेबाजी करने लगे.
श्रीनगर गढ़वाल में जीएनटीआई ग्राउंड से नीचे स्वीत गांव तक ओर स्वीत से डूंगरी पंथ तक रेलवे 9 किलोमीटर लंबी टनल का काम किया जा रहा है. जिसके निर्माण में ब्लास्टिंग की जा रही है. इसी ब्लास्टिंग को लेकर लोगों में आक्रोश है और स्थानीय निवासी बंसती जोशी ने कहा स्थानीय लोग रोज-रोज प्रशासन से शिकायत कर थक चुके हैं. उन्होंने कहा यहां ब्लास्टिंग बंद की जाए. क्योंकि ब्लास्टिंग दिन प्रति दिन बढ़ती जा रही है. उन्होंने कहा बीच में प्रशासन में जांच कमेटी का गठन किया था, लेकिन कमेटी ने लोगों की सुने बिना ही रिपोर्ट तैयार कर दी.
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श्रीनगर की ही रहने वाली सुधा तिवारी ने कहा वे रेलवे टनल के अंदर बच्चों के साथ धरने पर बैठ जाएंगी. उन्होंने कहा आने वाले दिनों में जो भी होगा उसकी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी. अभिनव भंडारी ने कहा विस्फोटों से बच्चों से लेकर बुजुर्ग डरे हुए हैं और बच्चे पढ़ नहीं पाते हैं. घरों में बड़ी-बड़ी दरारें पड़ गई हैं. श्रीनगर और उसके आसपास बड़ी जनहानि की संभावनाएं बनी हुई हैं.
पूरे मामले में रेलवे विकास निगम के प्रबंधक विनोद बिष्ट ने कहा फरवरी माह की 27, 28 और 1 मार्च तीन दिन सीबीआरआई और आईआईटी रुड़की की टीम ने संयुक्त निरीक्षण किया. जिसकी रिपोर्ट सरकार को दी जानी है. टीम के विशेषज्ञों ने ब्लास्टिंग की तीव्रता को कम करने की सलाह दी है. इसलिए छोटे-छोटे चरणों में ब्लास्टिंग की जा रही है.