पौड़ी: जिला प्रशासन ने 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव की प्रारम्भिक तैयारियों को शुरू कर दिया है. प्रथम चरण में नामावली सूची में नए मतदाताओं के नाम को जोड़ने का अभियान चलाया जा रहा है. साथ ही पुराने मतदाओं के नाम व पतों को भी अपडेट किया जाएगा. इसके लिए चुनाव अधिकारी अभी से अपने अधीन कर्मचारियों को प्रशिक्षण देना शुरू करेंगे. जिलाधिकारी डा. आशीष चौहान ने आगामी लोकसभा चुनाव के लिए सरकारी मशीनरी को अभी से तैयारियों में जुटने को कहा है.
वोटर लिस्ट से पलायन की स्थिति भी होगी साफ: पहाड़ों में शिक्षा, रोजगार आदि के चलते मतदाताओं की संख्या में काफी कमी आई है. निर्वाचन विभाग की मानें तो आने वाले लोकसभा चुनाव में वोटर लिस्ट में वोटरों के नाम व पतों की स्थिति को शत प्रतिशत अपडेट किया जाएगा. इतना ही नहीं सरकारी मशीनरी वोटर लिस्ट के अनुसार मतदाताओं की मौजूदा संख्या का भी आंकड़ा तैयार करेगी. यानी आंकड़ों में यह भी दर्शाया जाएगा कि हर मतदेय स्थल क्षेत्र के अंतर्गत ऐसे कितने मतदाता हैं जो वर्तमान में निवासरत नहीं हैं, तथा किस कारण से वह निवास नहीं कर रहे. कहीं रोजगार के चलते अन्यत्र चले जाना, शादी होना या फिर शिक्षा आदि के चलते पलायन कर गये हैं. यह सभी आंकड़े अब निर्वाचन विभाग की जुटाने की तैयारी में हैं.
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मतदेय स्थलों में मूलभूत सुविधाओं का होगा निरीक्षण: पौड़ी जिले की सभी छह विधानसभा सीटों के 9 सौ से अधिक मतदेय स्थलों पर चुनाव अधिकारी अभी से मूलभूत सुविधाओं की भी रिपोर्ट तैयार कर डीएम को सौंपेंगे. डीएम डॉ आशीष चौहान ने सभी संबंधित चुनाव अधिकारियों को इसके आदेश जारी किए हैं. जिसमें अधिकारियों को मतदेय स्थलों का खुद स्थलीय निरीक्षण करने के उपरांत उसका सत्यापन भी करना होगा. साथ ही उनमें बिजली, पानी, शौचालय, फर्नीचर, दिव्यांगजनों के लिए रैम्प, हेल्पडेस्क आदि सुविधाओं की आख्या डीएम को देनी होंगी.
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दिव्यांगजनों के लिए रैंप अनिवार्य: आगामी लोकसभा चुनाव में जिले के सभी 9 सौ से अधिक मतदान केंद्रों में दिव्यांगजनों व बुजुर्गों के लिए अनिवार्य रूप से रैंप की सुविधा रहेगी. डीएम डा. आशीष चौहान ने समाज कल्याण विभाग को इसके लिए सख्त निर्देश दिये हैं. उन्होंने कहा किसी भी केंद्र में दिव्यांगजनों व बुजुर्गों की सुविधा का खास ध्यान रखा जाएगा. साथ ही विभाग को दिव्यांगजनों व बुजुर्गों का फिर से चिन्हीकरण कर वोटर लिस्ट में नाम व पता भी दर्ज करना होगा.
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चुनाव अधिकारी लेंगे गरुड़ एप का प्रशिक्षण: विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश भारत में अब चुनाव में आधुनिक तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा. जिसमें चुनाव अधिकारी एप के माध्यम से वोटरों से जुड़ी कई जानकारियों को अपडेट कर सकेंगे. गरुड़ एप के माध्यम से सरकारी मशीनरी को आधुनिक किया जा रहा है.
क्या है गरुड़ ऐप: भारत इलेक्ट्रॉनिक्स आयोग यानी ईसीआई द्वारा लॉन्च किए गए गरुड़ एप के द्वारा वोटरों के नाम वोटर लिस्ट में जोड़ने व हटाने या फिर अपडेट किए जा सकते हैं. जिससे दुनिया के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश के चुनाव को आसानी से संपन्न किया जा सके. इतना ही नहीं इस एप के माध्यम से बीएलओ अपने मोबाइल से मतदान केंद्र की सभी घटनाओं और चुनाव की यथा स्थिति के बारे में भी अपने उच्चाधिकारियों को तत्काल अपडेट कर सकेंगे. इस एप को चुनाव के लिए अब तक का सबसे आधुनिकतम एप माना जा रहा है.