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खाने के लाले पड़े तो बिहार के लिए निकले 70 मजदूर, प्रशासन के हाथ-पांव फूले - kotdwar lobors

कोटद्वार से साइकिल के जरिए बिहार के लिए निकले 70 मजदूरों को पुलिस प्रशासन ने वापस लौटा दिया है. साथ ही उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था भी कर दी है. जबकि इस दौरान मजदूरों ने जमकर हंगामा भी किया.

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Published : Apr 24, 2020, 9:57 PM IST

कोटद्वार: औद्योगिक क्षेत्र जसोधरपुर में काम कर रहे 70 मजदूरों का आखिर सब्र का बांध टूट गया और साइकिल के जरिेए ही बिहार के लिए रवाना हो गए. इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. जिसके बाद आनन-फानन में मजदूरों को हल्दुखाता चेक पोस्ट पर रोक दिया गया और समझा-बुझाकर सभी को वापस भेजा. वहीं, स्थानीय प्रशासन ने उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था भी कर दी है.

बिहार के लिए निकले मजदूरों को पुलिस ने रोका.

बता दें कि, जसोधरपुर औद्योगिक क्षेत्र में कई मजदूर और श्रमिक रहते हैं. जो लॉकडाउन के चलते फंसे हुए हैं. सभी मजदूर अपने-अपने घर जाने को बेताब हैं. इसी कड़ी में 70 मजदूरों ने साइकिल से बिहार जाने का प्लान बनाया था. इतना ही नहीं शुक्रवार सुबह ये मजदूर साइकिल से रवाना भी हुए, लेकिन पुलिस ने तत्परता के साथ सभी मजदूरों को हल्दुखाता चेक पोस्ट पर रोक दिया और लॉकडाउन का हवाला देकर लौटा दिया.

पढ़ें: मधुशाला बंद होने से रुके बाल शोषण के मामले, ऊषा नेगी EXCLUSIVE

वहीं, जसोधरपुर औद्योगिक क्षेत्र में पहुंचकर मजदूरों ने जमकर हंगामा किया और विरोध में उतर गए. जिसे देख स्थानीय प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और मौके पर पहुंचे. जहां पर प्रशासन ने मजदूरों से वार्ता कर उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था करने की बात कही. जबकि, फैक्ट्री मालिकों से उनका वेतन दिलाने के आश्वासन के बाद मजदूर शांत हुए.

तहसीलदार डबल सिंह रावत ने बताया कि सूचना मिली थी कि कुछ मजदूर साइकिल से बिहार के लिए निकल रहे हैं, जिन्हें समझा-बुझाकर वापस औद्योगिक क्षेत्र में भेज दिया है. मजदूरों का कहना है कि एक बार राशन मिला था, लेकिन अब खत्म हो गया है. राशन उपलब्ध कराने के आश्वासन के बाद मजदूर मान गए हैं.

कोटद्वार: औद्योगिक क्षेत्र जसोधरपुर में काम कर रहे 70 मजदूरों का आखिर सब्र का बांध टूट गया और साइकिल के जरिेए ही बिहार के लिए रवाना हो गए. इस घटना के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया है. जिसके बाद आनन-फानन में मजदूरों को हल्दुखाता चेक पोस्ट पर रोक दिया गया और समझा-बुझाकर सभी को वापस भेजा. वहीं, स्थानीय प्रशासन ने उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था भी कर दी है.

बिहार के लिए निकले मजदूरों को पुलिस ने रोका.

बता दें कि, जसोधरपुर औद्योगिक क्षेत्र में कई मजदूर और श्रमिक रहते हैं. जो लॉकडाउन के चलते फंसे हुए हैं. सभी मजदूर अपने-अपने घर जाने को बेताब हैं. इसी कड़ी में 70 मजदूरों ने साइकिल से बिहार जाने का प्लान बनाया था. इतना ही नहीं शुक्रवार सुबह ये मजदूर साइकिल से रवाना भी हुए, लेकिन पुलिस ने तत्परता के साथ सभी मजदूरों को हल्दुखाता चेक पोस्ट पर रोक दिया और लॉकडाउन का हवाला देकर लौटा दिया.

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वहीं, जसोधरपुर औद्योगिक क्षेत्र में पहुंचकर मजदूरों ने जमकर हंगामा किया और विरोध में उतर गए. जिसे देख स्थानीय प्रशासन के हाथ पांव फूल गए और मौके पर पहुंचे. जहां पर प्रशासन ने मजदूरों से वार्ता कर उनके लिए खाने-पीने की व्यवस्था करने की बात कही. जबकि, फैक्ट्री मालिकों से उनका वेतन दिलाने के आश्वासन के बाद मजदूर शांत हुए.

तहसीलदार डबल सिंह रावत ने बताया कि सूचना मिली थी कि कुछ मजदूर साइकिल से बिहार के लिए निकल रहे हैं, जिन्हें समझा-बुझाकर वापस औद्योगिक क्षेत्र में भेज दिया है. मजदूरों का कहना है कि एक बार राशन मिला था, लेकिन अब खत्म हो गया है. राशन उपलब्ध कराने के आश्वासन के बाद मजदूर मान गए हैं.

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