श्रीनगर: जल संस्थान के उपभोक्ताओं को प्रतिमाह 20 हजार लीटर पानी निशुल्क योजना का लाभ मिलने लग गया है. जिससे पानी के मीटरों से आने वाले बिलों से उपभोक्ताओं को राहत मिलने लगी है. पानी के बिलों में अब 20 हजार न्यूनतम खपत लिखा आने लगा है. इससे पानी के बिलों में 50 प्रतिशत तक की कमी आई है. जिसके कारण जल संस्थान को प्रति दो माह में करीब 20 से 25 लाख रुपए तक का घाटा झेलना पड़ेगा.
श्रीनगर विधानसभा से विधायक एवं उत्तराखंड सरकार में कैबिनेट मंत्री डॉ धन सिंह रावत ने 2022 के चुनाव में श्रीनगर क्षेत्र की जनता से वादा किया था कि वह श्रीनगर क्षेत्र की जनता को 20 हजार लीटर प्रति माह पानी निशुल्क दिलाएंगे. उन्होंने चुनाव जीतने के बाद अपना वादा पूरा करते हुए सबसे पहले श्रीनगर क्षेत्र की जनता को 20 हजार लीटर पानी प्रतिमाह निशुल्क दिलाने का शासनादेश जारी करवाया. जिससे जिनकी पानी की खपत 2 माह में 40 हजार लीटर से भी कम है, उनका बिल न्यूनतम आ रहा है.
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स्थानीय निवासी गणेश भट्ट, हीरालाल जैन और डाक बंगला के प्रेम लाल पांडे ने बताया उनको जो पानी का बिल प्राप्त हुआ है, वह पहले की अपेक्षा आधे से भी कम का है. जल संस्थान के सहायक अभियंता कृष्णकांत ने बताया उपभोक्ताओं को 20 हजार लीटर पानी प्रतिमाह निशुल्क देने का शासनादेश के कारण ही उपभोक्ताओं को अब दो महीने मे 40 हजार लीटर पानी निशुल्क देना होगा. उसके बाद ही पानी के बिलों को अब 2 महीने में 40 हजार लीटर पानी खपत करने के बाद ही दरों का निर्धारण किया जा रहा है. इससे विभाग को पहले की अपेक्षा 20 से 25 लाख का कम कलेक्शन मिल रहा है.