कोटद्वार: पीएम नरेंद्र मोदी देश में प्रदूषण को रोकने के लिए कई योजनाएं चला रहे हैं. साथ ही इन योजनाओं पर करोड़ों रुपये भी खर्च किए जा रहे हैं. लेकिन, पीएम नरेंद्र मोदी की योजनाओं पर जसोधरपुर इंडस्ट्रीज एरिया के कारखाने पलीता लगा रहा हैं. जसोधरपुर इंडस्ट्रीज एरिया से निकलता काला धुआं पूरे पर्यावरण को दूषित कर रहा है. वहीं, प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारी चैन की नींद सो रहे हैं.
कई बार स्थानीय लोगों ने इसके लिए धरना प्रदर्शन से लेकर शासन प्रशासन तक से इसकी शिकायत की. लेकिन, अधिकारियों ने स्थानीय निवासियों की शिकायत को अनसुना कर दिया. पक्षियों की तो कई प्रजातियां जसोधरपुर इंडस्ट्रीज एरिया के आसपास से विलुप्त हो गई हैं. वहीं, आसपास के क्षेत्रों में निवास कर रहे लोग दमा, पेट दर्द, खांसी आदि जैसी घातक बीमारियों से ग्रसित हो रहे हैं.
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कई बार स्थानीय निवासियों ने इसकी शिकायत जिलाधिकारी से लेकर प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के अधिकारियों से की. लेकिन, शिकायत के बाद भी स्थानीय लोगों को निराशा ही हाथ लगी. फैक्ट्री मालिकों की दबंगई इतनी बढ़ गई है कि दिनदहाड़े फैक्ट्रियों से काला धुआं निकल रहा है. स्थानीय निवासियों के धरना प्रदर्शन और शिकायतों का इन फैक्ट्री मालिकों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ रहा है.
डॉक्टरों का कहना है कि प्रदूषण से अधिकांश सांस की बीमारी और दमे की शिकायत होती है. स्मोक रिलेटिव बीमारी अधिक होती है. डॉक्टर ने भी कहा कि वैसे तो आवासीय क्षेत्रो में कारखाने नहीं होने चाहिए. वहीं, स्थानीय निवासियों ने बताया कि ये सब मिलीभगत से होता है. प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड से हर 6 महीने में एनओसी लेनी पड़ती है, साथ ही समय-समय पर चेकिंग भी होनी चाहिए.