श्रीनगरः देवप्रयाग में अलकनंदा झूला पुल को खुलवाने की मांग को लेकर सैकड़ों लोगों ने करीब दो घंटे तक पौड़ी देवप्रयाग मार्ग पर चक्का जाम किया. आक्रोशित लोगों ने दीनदयाल पार्क से रामकुंड चौराहे तक प्रशासन और लोनिवि के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही तीन किलोमीटर तक ढोल नगाड़ों के साथ जुलूस भी निकाला. वहीं, प्रशासनिक अधिकारियों के आश्वासन के बाद लोगों ने चक्का जाम खोला.
दरअसल, बीते नवंबर महीने में लोक निर्माण विभाग ने देवप्रयाग में अलकनंदा के ऊपर बने झूला पुल को बंद कर दिया था. लोनिवि ने पुल के जर्जर होने का हवाला दिया था, लेकिन पुल को बंद करने के बाद स्थानीय लोग विरोध में आ गए थे. देवप्रयाग नगर पालिका अध्यक्ष कृष्णकांत कोटियाल ने बताया कि झूला पुल बंद किए जाने से स्थानीय लोगों की समस्याएं बढ़ गई है. क्षेत्र वासियों को रोजमर्रा की सामान खरीदने और बच्चों को स्कूल जाने के लिए राजमार्ग एवं श्मशान घाट होकर जाना पड़ रहा है. जिससे उन्हें अतिरिक्त दूरी तय करनी पड़ रही है.
वहीं, आज आक्रोशित लोगों ने चक्का जाम कर दिया. इस दौरान चक्का जाम को खुलवाने पहुंचे श्रीनगर एसडीएम अजयवीर सिंह, सीओ श्याम दत्त नौटियाल, देवप्रयाग तहसीलदार मानवेंद्र बर्त्वाल, एसओ सुनील पंवार को आक्रोशित लोगों ने घेर लिया. इस दौरान लोगों ने स्कूली बसों के अलावा तीन अन्य बसें चलाने, मेडिकल वैन की सुविधा देने की मांग रखी. जिस पर एसडीएम अजयवीर ने उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया.
विश्व बैंक एई वरुण कुमार वर्मा ने कहा कि पुल की 7 करोड़ की डीपीआर शासन को भेज दी गई है. इसके टेंडर जल्द ही जारी किए जाएंगे. इसके अलावा लोनिवि के ईई आरके ममगाईं ने कहा कि तकनीकी जांच के बाद जर्जर पाए गए दो सौ साल पुराने पुल को बंद किया गया है. वहीं, एसडीएम के आश्वासन के बाद लोगों ने चक्का जाम खोला.
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