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MSY योजना में बैंक लगा रहे युवाओं के सपनों पर ब्रेक, युवा नहीं बढ़ा पा रहे स्वरोजगार की तरफ कदम

उत्तराखंड में पलायन एक बड़ी समस्या है, जिससे निपटने के लिए कोरोना काल में अपने घर लौटे प्रवासियों को राज्य में रहकर ही स्वरोजगार शुरू करने के मकसद से मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना (Mukhyamantri Swarojgar Yojana) शुरू की गई, ताकि प्रदेश के युवा अपने घर पर ही रहकर अपना बिजनेस शुरू कर सके. लेकिन सरकार और उद्योग विभाग द्वारा हर संभव मदद दिए जाने के बावजूद भी उत्तराखंड का युवा वर्ग स्वरोजगार की ओर नहीं बढ़ पा रहा है. चूकिं बैक उनकी मदद नहीं कर रहे है.

Mukhyamantri Swarojgar Yojana
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Published : May 18, 2022, 10:20 PM IST

पौड़ी: मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में पौड़ी जिले में आवेदनों के सापेक्ष युवाओं को अवसर नहीं मिल रहे हैं. युवाओं द्वारा स्वरोजगार को लेकर बैंकों की भूमिका काफी उदासीन दिखाई दे रही है. एमएसवाई योजना में बैंक ही युवाओं के सपनों की उड़ान पर ब्रेक लगा रहे हैं. वित्तीय वर्ष 2021-22 में महज 34 फीसदी आवेदनों पर बैंकों ने ऋण मुहैया कराया है.

बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में पौड़ी डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति की बैठक ली तो पता चला की एमएसवाई (मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना) के तहत वित्तीय 2021-22 में 1,164 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसके सापेक्ष 396 आवेदन ही स्वीकृत किये गये हैं.
पढ़ें- अल्मोड़ा में भारी बारिश से मची तबाही, पानी के सैलाब में बही सड़क, कुमाऊं का गढ़वाल संपर्क कटा

बता दें कि एमएसवाई के तहत जिले के सभी 25 बैंकों को नामित किया गया है. एमएसवाई योजना की ओर से प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार मुहैया कराये जाने को लेकर यह योजना लॉन्च की गई थी, लेकिन इस योजना को बैंक ही पलीता लगा रहे हैं.

बैंकों की ओर से इस योजना में सर्वाधिक उत्कष्ट कार्य उत्तराखंड ग्रामीण बैंक ने किया है. यूजीबी ने 316 के सापेक्ष 144 आवेदन स्वीकृत किये हैं. जबकि एसबीआई ने 256 के सापेक्ष महज 62 आवेदनों पर ही ऋण उपलब्ध कराया गया है. जबकि जिला सहकारी बैंक ने 142 के सापेक्ष 39, पीएनबी ने 124 में से 40, बीओआई ने 62 के सापेक्ष 26, कैनरा बैंक ने 66 में से 27, बैंक आफ बडौदा ने 47 में से महज 10 आवेदनों पर ही युवाओं को ऋण उपलब्ध कराया है.

पौड़ी: मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना में पौड़ी जिले में आवेदनों के सापेक्ष युवाओं को अवसर नहीं मिल रहे हैं. युवाओं द्वारा स्वरोजगार को लेकर बैंकों की भूमिका काफी उदासीन दिखाई दे रही है. एमएसवाई योजना में बैंक ही युवाओं के सपनों की उड़ान पर ब्रेक लगा रहे हैं. वित्तीय वर्ष 2021-22 में महज 34 फीसदी आवेदनों पर बैंकों ने ऋण मुहैया कराया है.

बुधवार को कलक्ट्रेट सभागार में पौड़ी डीएम विजय कुमार जोगदंडे ने जिला स्तरीय पुनरीक्षण समिति की बैठक ली तो पता चला की एमएसवाई (मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना) के तहत वित्तीय 2021-22 में 1,164 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिसके सापेक्ष 396 आवेदन ही स्वीकृत किये गये हैं.
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बता दें कि एमएसवाई के तहत जिले के सभी 25 बैंकों को नामित किया गया है. एमएसवाई योजना की ओर से प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार मुहैया कराये जाने को लेकर यह योजना लॉन्च की गई थी, लेकिन इस योजना को बैंक ही पलीता लगा रहे हैं.

बैंकों की ओर से इस योजना में सर्वाधिक उत्कष्ट कार्य उत्तराखंड ग्रामीण बैंक ने किया है. यूजीबी ने 316 के सापेक्ष 144 आवेदन स्वीकृत किये हैं. जबकि एसबीआई ने 256 के सापेक्ष महज 62 आवेदनों पर ही ऋण उपलब्ध कराया गया है. जबकि जिला सहकारी बैंक ने 142 के सापेक्ष 39, पीएनबी ने 124 में से 40, बीओआई ने 62 के सापेक्ष 26, कैनरा बैंक ने 66 में से 27, बैंक आफ बडौदा ने 47 में से महज 10 आवेदनों पर ही युवाओं को ऋण उपलब्ध कराया है.

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