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पौड़ी में प्रधान पति पर लगा भ्रष्टाचार का आरोप, DM ने जारी किया वसूली नोटिस - डीएम जारी किया नोटिस

कमेडा गांव के रहने वाले ग्रामीण प्रमोद ने लगभग 2 साल पहले  ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत जिला पंचायतराज अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से की. जांच में पता लगा कि प्रधान पति द्वारा की गई वित्तीय अनियमितताओं में संलिप्त पाए जाने पर ग्राम प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है.

DM ने जारी किए धनराशि वसूलने का नोटिस.
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Published : Jun 15, 2019, 10:09 AM IST

पौड़ी: प्रदेश सरकार एक ओर जहां ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार खत्म करने की बात कर रही है, वहीं, ग्राम प्रधान के पति द्वारा कार्यभार संभाल कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है. ताजा मामला पौड़ी ब्लॉक के कमेडा गांव का है, जहां प्रधान पति द्वारा की गई वित्तीय अनियमितताओं में संलिप्त पाए जाने पर ग्राम प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. साथ ही जिलाधिकारी की ओर से 29 हजार 979 की धनराशि वसूलने के आदेश जारी किए गए हैं.

DM ने जारी किए धनराशि वसूलने का नोटिस.

कमेडा गांव के रहने वाले ग्रामीण प्रमोद ने लगभग 2 साल पहले ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत जिला पंचायतराज अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से की. शिकायत के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने पंचायत में हुए कार्यों की जांच करवाई. जांच में पाया कि इन कार्यों में सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है.

ग्रामीण प्रमोद ने बताया कि 2 साल से वह ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. आज 2 साल के बाद जांच का नतीजा निकल कर आने के बाद ग्राम प्रधान के पति ने स्वयं के स्तर से सारे भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है. इसके साथ ही अपने करीबियों के खातों में बिना काम के धन राशि डालने का भी मामला सामने आया.

ये भी पढ़ें: उत्तराखंड में जल्द बदलेगा मौसम का मिजाज, 16 जून से बारिश के आसार

जिला पंचायत राज अधिकारी एमएम खान ने बताया कि पौड़ी के कमेडा गांव में अधिकतर कार्य महिला प्रधान के पति के द्वारा किये गए. इसके साथ ही सरकारी कार्यालयों में जाकर खुद को प्रधान बताते है. पंचायत राज अधिनियम के अंतर्गत यदि महिला प्रधान का पति इस तरह का कार्य करता है उसके खिलाफ कार्रवाई करने का प्रावधान है. विभाग को प्राप्त शिकायत के अनुसार जब उक्त मामले में जांच की गई तो पता लगा कि ग्राम प्रधान के पति के द्वारा सभी कार्य करवाए गए हैं. साथ ही उसमें सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है. इसके लिए उन्हें वसूली के नोटिस भेज दिए गए हैं.

पौड़ी: प्रदेश सरकार एक ओर जहां ग्राम पंचायतों में भ्रष्टाचार खत्म करने की बात कर रही है, वहीं, ग्राम प्रधान के पति द्वारा कार्यभार संभाल कर भ्रष्टाचार को अंजाम दिया जा रहा है. ताजा मामला पौड़ी ब्लॉक के कमेडा गांव का है, जहां प्रधान पति द्वारा की गई वित्तीय अनियमितताओं में संलिप्त पाए जाने पर ग्राम प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. साथ ही जिलाधिकारी की ओर से 29 हजार 979 की धनराशि वसूलने के आदेश जारी किए गए हैं.

DM ने जारी किए धनराशि वसूलने का नोटिस.

कमेडा गांव के रहने वाले ग्रामीण प्रमोद ने लगभग 2 साल पहले ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत जिला पंचायतराज अधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी से की. शिकायत के बाद मुख्य विकास अधिकारी ने पंचायत में हुए कार्यों की जांच करवाई. जांच में पाया कि इन कार्यों में सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है.

ग्रामीण प्रमोद ने बताया कि 2 साल से वह ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे हैं. आज 2 साल के बाद जांच का नतीजा निकल कर आने के बाद ग्राम प्रधान के पति ने स्वयं के स्तर से सारे भ्रष्टाचार को अंजाम दिया है. इसके साथ ही अपने करीबियों के खातों में बिना काम के धन राशि डालने का भी मामला सामने आया.

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जिला पंचायत राज अधिकारी एमएम खान ने बताया कि पौड़ी के कमेडा गांव में अधिकतर कार्य महिला प्रधान के पति के द्वारा किये गए. इसके साथ ही सरकारी कार्यालयों में जाकर खुद को प्रधान बताते है. पंचायत राज अधिनियम के अंतर्गत यदि महिला प्रधान का पति इस तरह का कार्य करता है उसके खिलाफ कार्रवाई करने का प्रावधान है. विभाग को प्राप्त शिकायत के अनुसार जब उक्त मामले में जांच की गई तो पता लगा कि ग्राम प्रधान के पति के द्वारा सभी कार्य करवाए गए हैं. साथ ही उसमें सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है. इसके लिए उन्हें वसूली के नोटिस भेज दिए गए हैं.

Intro:प्रदेश सरकार एक ओर जहां ग्राम पंचायतों में महिलाओं को 50% आरक्षण देकर उनको आत्मनिर्भर बनाने और पुरुषों के समान कंधे से कंधा मिलाकर खड़े होने का अधिकार दे रही है वहीं पंचायतों में महिला प्रधानों के पति उनके अधिकारों का हनन कर रहे हैं और बड़े भ्रष्टाचार को अंजाम दे रहे हैं जिसके कारण उनकी करनी का फल महिला प्रधानों को भुगतना पड़ रहा है। ताजा मामला पौड़ी ब्लॉक के कमेडा गांव से है जहां प्रधान पति ने वित्तीय अनियमितताओं के कारण ग्राम प्रधान को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है और जिलाधिकारी पौड़ी की ओर से 29979 की धनराशि वसूलने  के आदेश जारी कर दिए गए है।


Body:कमेडा गांव के रहने वाले ग्रामीण प्रमोद ने लगभग 2 साल पहले  ग्रामपंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार की शिकायत  जिला पंचायतराज अधिकारी और मुख विकास अधिकारी को की गई थी। शिकायत के  बाद मुख्य विकास अधिकारी ने पंचायत में हुए कार्यों की जांच करवायी गयी और पाया कि इन कार्यों में सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ है। ग्रामीण प्रमोद ने बताया कि 2 साल से वह  ग्राम पंचायत में हो रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठा रहे और आज 2 साल के बाद जांच का नतीजा निकल कर आया है  कि ग्राम प्रधान के  पति ने स्वयं के स्तर से सारे भ्रष्टाचार को अंजाम दिया। इसके साथ ही अपने चहेतों के खातों में बिना काम के धन राशि डाली गई।
बाईट-प्रमोद(शिकायतकर्ता)


Conclusion:ज़िला पंचायत राज अधिकारी एमएम खान ने बताया की पौड़ी  के कमेडा  गांव में अधिक्तर कार्य महिला प्रधान के पति के द्वारा किये गए है और सरकारी कार्यालयों में जाकर  खुद को प्रधान बताते है जबकि पंचायत राज अधिनियम के अंतर्गत यदि महिला प्रधान का पति इस तरह का कार्य करता है उसके खिलाफ कार्यवाही की जाती है। विभाग को प्राप्त  शिकायत के अनुसार जांच की और जांच में पाया गया कि जो कार्य ग्राम प्रधान के पति के द्वारा करवाए गए हैं उसमें सरकारी धन का दुरुपयोग किया गया है और इसके लिए उन्हें  वसूली के नोटिस भेजे दिए गए हैं।

बाईट-एमएम खान(ज़िला पंचायत राज अधिकारी)

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