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Pauri Zila Panchayat पर बिना सत्र आयोजित किए 55 करोड़ का बजट पास करने का आरोप, अध्यक्ष का इनकार

जिला पंचायत की निर्माण समिति के सभापति और थैर क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य गौरव रावत ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर ही भ्रष्टाचार को संरक्षण देने का आरोप लगाया है. उन्होंने भ्रष्टाचार को लेकर अध्यक्ष के वित्तीय अधिकार सीज किए जाने तक की मांग उठाई है.

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Published : Mar 4, 2023, 3:27 PM IST

पौड़ी: जिला पंचायत पौड़ी एक बार फिर से विवादों के घेरे में है. इससे पूर्व भी जिला पंचायत वित्तीय मामलों के चलते चर्चाओं में रही है, लेकिन यहां तो खुद जिला पंचायत अध्यक्ष ही विवादों में घिर गईं हैं. इस बार जिला पंचायत की निर्माण समिति के सभापति और थैर क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य गौरव रावत ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. गौरव रावत ने जिला पंचायत अध्यक्ष के वित्तीय अधिकार को सीज करने की मांग की है.

इतना ही नहीं गौरव रावत ने जल्द ही दूसरे सदस्यों और ग्रामीणों के साथ जिला पंचायत में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है. गौरव रावत ने कहा जिला पंचायत पौड़ी में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है. जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में बजट सत्र आयोजित ही नहीं किया गया. जबकि जिला पंचायत ने सदस्यों की स्वीकृत और जानकारी के बिना ही 55 करोड़ का बजट पास भी कर दिया.

बीते 2 मार्च को स्वर्गाश्रम के गीता भवन में जिला पंचायत की बोर्ड बैठक आयोजित की गई. जहां पहले सत्र में अफसरों के साथ बैठक हुई. इसके बाद प्रस्तावित एजेंडे के अनुसार दोपहर बाद दूसरे सत्र में बजट पर चर्चा होनी थी, लेकिन योजना के तहत मिलीभगत कर अफसरों के साथ बैठक शाम 6 बजे तक बेवजह आयोजित हुई. बावजूद इसके बजट सत्र आयोजित ही नहीं किया गया. अगले दिन यानी 3 मार्च को समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित हुई कि जिला पंचायत पौड़ी का 55 करोड़ का बजट पास हो गया है. जिस पर सभी जिला पंचायत सदस्य असंजस में पड़ गए.
ये भी पढ़ें: पौड़ी जिला पंचायत अध्यक्ष ने अपर मुख्य अधिकारी पर लगाया मनमानी का आरोप

गौरव रावत ने कहा वह जिला पंचायत पौड़ी में हुए भ्रष्टाचार का कच्चा चिट्टा सदन में रखने वाले थे, लेकिन सदन को इसकी भनक लग गई और सदन की बैठक स्थगित कर दी गई. जिला पंचायत पौड़ी में रक्त संबंध अधिनियम का खुला उल्लंघन किया जा रहा है. इसके तहत उपाध्यक्ष, प्रभारी अभियंता और जेई अपने परिजनों एवं चहेतों को विकास कार्यों की धनराशि की बंदरबांट कर रहे हैं.

सफाई के नाम पर 37 लाख का भुगतान: गौरव रावत ने जिला पंचायत पर सफाई के नाम पर 37 लाख का चूना लगाने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने कहा जिला पंचायत द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में साफ सफाई और झाड़ी कटान आदि के नाम पर यह राशि जारी की गई है. जबकि उन सफाई फर्म या कर्मचारियों की किसी भी सदस्य को जानकारी ही नहीं है. जिला पंचायत ने सफाई के नाम पर 37 लाख का भुगतान कर दिया है.

क्या कहती हैं जिला पंचायत अध्यक्ष: जिला पंचायत पौड़ी में रक्त संबंध प्रकरण मौजूदा कार्यकाल का नहीं है. सदन में बजट सत्र पर चर्चा से पूर्व ही आरोप लगा रहे सदस्य सदन से उठकर चले गए थे. जिला पंचायत पौड़ी के 55 करोड़ का बजट सर्वसम्मति से पास हुआ है, जो सभी सदस्यों की जानकारी और सहमति से लिया गया फैसला है.

पौड़ी: जिला पंचायत पौड़ी एक बार फिर से विवादों के घेरे में है. इससे पूर्व भी जिला पंचायत वित्तीय मामलों के चलते चर्चाओं में रही है, लेकिन यहां तो खुद जिला पंचायत अध्यक्ष ही विवादों में घिर गईं हैं. इस बार जिला पंचायत की निर्माण समिति के सभापति और थैर क्षेत्र से जिला पंचायत सदस्य गौरव रावत ने जिला पंचायत अध्यक्ष पर ही भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है. गौरव रावत ने जिला पंचायत अध्यक्ष के वित्तीय अधिकार को सीज करने की मांग की है.

इतना ही नहीं गौरव रावत ने जल्द ही दूसरे सदस्यों और ग्रामीणों के साथ जिला पंचायत में अनिश्चितकालीन धरना प्रदर्शन करने की भी चेतावनी दी है. गौरव रावत ने कहा जिला पंचायत पौड़ी में भ्रष्टाचार अपने चरम पर है. जिला पंचायत की बोर्ड बैठक में बजट सत्र आयोजित ही नहीं किया गया. जबकि जिला पंचायत ने सदस्यों की स्वीकृत और जानकारी के बिना ही 55 करोड़ का बजट पास भी कर दिया.

बीते 2 मार्च को स्वर्गाश्रम के गीता भवन में जिला पंचायत की बोर्ड बैठक आयोजित की गई. जहां पहले सत्र में अफसरों के साथ बैठक हुई. इसके बाद प्रस्तावित एजेंडे के अनुसार दोपहर बाद दूसरे सत्र में बजट पर चर्चा होनी थी, लेकिन योजना के तहत मिलीभगत कर अफसरों के साथ बैठक शाम 6 बजे तक बेवजह आयोजित हुई. बावजूद इसके बजट सत्र आयोजित ही नहीं किया गया. अगले दिन यानी 3 मार्च को समाचार पत्रों में खबर प्रकाशित हुई कि जिला पंचायत पौड़ी का 55 करोड़ का बजट पास हो गया है. जिस पर सभी जिला पंचायत सदस्य असंजस में पड़ गए.
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गौरव रावत ने कहा वह जिला पंचायत पौड़ी में हुए भ्रष्टाचार का कच्चा चिट्टा सदन में रखने वाले थे, लेकिन सदन को इसकी भनक लग गई और सदन की बैठक स्थगित कर दी गई. जिला पंचायत पौड़ी में रक्त संबंध अधिनियम का खुला उल्लंघन किया जा रहा है. इसके तहत उपाध्यक्ष, प्रभारी अभियंता और जेई अपने परिजनों एवं चहेतों को विकास कार्यों की धनराशि की बंदरबांट कर रहे हैं.

सफाई के नाम पर 37 लाख का भुगतान: गौरव रावत ने जिला पंचायत पर सफाई के नाम पर 37 लाख का चूना लगाने का भी आरोप लगाया है. उन्होंने कहा जिला पंचायत द्वारा विभिन्न क्षेत्रों में साफ सफाई और झाड़ी कटान आदि के नाम पर यह राशि जारी की गई है. जबकि उन सफाई फर्म या कर्मचारियों की किसी भी सदस्य को जानकारी ही नहीं है. जिला पंचायत ने सफाई के नाम पर 37 लाख का भुगतान कर दिया है.

क्या कहती हैं जिला पंचायत अध्यक्ष: जिला पंचायत पौड़ी में रक्त संबंध प्रकरण मौजूदा कार्यकाल का नहीं है. सदन में बजट सत्र पर चर्चा से पूर्व ही आरोप लगा रहे सदस्य सदन से उठकर चले गए थे. जिला पंचायत पौड़ी के 55 करोड़ का बजट सर्वसम्मति से पास हुआ है, जो सभी सदस्यों की जानकारी और सहमति से लिया गया फैसला है.

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