श्रीनगर: मेडिकल कॉलेज के बेस अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान एक युवक की मौत के बाद से हड़कंप मचा हुआ है. वहीं, परिजनों ने अस्पताल के डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप गया है. परिजनों का आरोप है कि उनके द्वारा युवक को हायर सेंटर रेफर करने की मांग की थी, लेकिन डॉक्टरों ने इसे अनदेखा किया.
जानकारी के मुताबिक, एक हफ्ते पहले चमोली के रहने वाले 24 वर्षीय त्रिभुवन नेगी का बाइक से एक्सीडेंट हो गया था. जिससे उसके जबड़े में काफी चोट आई थी. जिसके बाद कर्णप्रयाग अस्पताल में इलाज के बाद उसे बेस अस्पताल रेफर दिया गया था.
वहीं, दंत रोग विभागाध्यक्ष प्रो.अरुण गोयल ने बीते दिन उसका ऑपरेशन रखा था. जिसके लिए बाहर से जबड़ा इंप्लांट करने का सामान मंगवाया गया था. वहीं, ऑपरेशन के बाद मरीज का काफी रक्तस्राव होने लगा और उसकी हालात बिगड़ गई. जिस पर उसे तत्काल वेंटीलेंटर में रखने के लिए इमरजेंसी में भर्ती कराया गया. जहां कुछ घंटे बाद उसने दम तोड़ दिया.
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परिजनों ने त्रिभुवन की मौत के बाद परिजन श्रीकोट चौकी में शिकायत करने पहुंचे लेकिन वहां मौजूद पुलिसकर्मी ने उन्हें रिपोर्ट दर्ज कराने के श्रीनगर जाने को कहा, जिसके बाद परिजन बिना किसी पुलिस कार्रवाई के शव को घर ले गए. मृतक के परिजन प्रियंक नेगी ने बताया कि ऑपरेशन से पूर्व त्रिभुवन का सीटी स्कैन भी नहीं किया गया था. चिकित्सकों से मरीज को रेफर करने को भी कहा गया, लेकिन वह नहीं मानें.
वहीं, बेस अस्पताल के मेडिकल सुप्रिटेंडेंट प्रो. केपी सिंह ने बताया कि मुझे दंत रोग विभाग के एचओडी ने जानकारी दी कि ऑपरेशन के बाद एक मरीज की मौत हो गई है. मीडिया में खबर प्रकाशित होने के बाद कॉलेज के प्राचार्य प्रो. सीएम रावत से इस संबंध में वार्ता हुई. प्राचार्य ने इस संबंध में कमेटी गठन करने के आदेश दिए हैं. जांच कमेटी की रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी.