श्रीनगर: नगर निगम कार्यालय परिसर में आउटसोर्स पर्यावरण मित्रों का कार्य बहिष्कार किया. कर्मचारियों का कहना है कि मुख्यमंत्री घोषणा के अनुरूप सफाई कर्मचारियों को मानदेय का भुगतान नहीं हो रहा है. साथ ही एक संस्थान में सेवारत होने के बावजूद एक समान कार्य के लिए एक समान मानदेय नहीं दिया जा रहा है. कर्मियों ने मांगों का समाधान नहीं होने तक अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार जारी रखने की चेतावनी दी है. वही श्रीनगर में पर्यवारण मित्रों की इस हड़ताल से डोर टू डोर कूड़ा उठान पर ब्रेक लग गया है. जिससे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा.
धरने पर बैठे पर्यावरण मित्रों ने प्रदर्शन और नारेबाजी कर मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुरूप मानदेय दिए जाने व अवशेष वेतन का भुगतान किए जाने की मांग की. इस मौके पर रोहित कुमार, हरिओम, रंजीत व विकास ने कहा कि आउटसोर्स के माध्यम से नगर निगम श्रीनगर में 36 पर्यावरण मित्र सेवारत हैं. इन कर्मचारियों को मुख्यमंत्री की घोषणा के अनुसार प्रतिदिन 500 रुपए के हिसाब से मानदेय नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने बताया कि बीते तीन साल से समस्त आउटसोर्स पर्यावरण मित्रों के ईपीएफ व ईएसआई का लेखा-जोखा भी नहीं दिया जा रहा है.
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जबकि समस्त कर्मचारी एक समान सेवाएं दे रहे हैं. लेकिन उन्हें भुगतान अलग-अलग किया जाता है. जो किसी भी तरह न्याय संगत नहीं है. वहीं सहायक नगर आयुक्त रवि राज बंगारी का कहना कि सभी आउटसोर्स कर्मी स्वच्छ सुलभ फाउंडेशन के कर्मी हैं. इस संबंध में फर्म को नोटिस भेजा गया है. जल्द कर्मियों के वेतन की समस्या को दूर कर दी जाएगी.