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सड़क किनारे फेंक दिए जैविक खाद, कृषि विभाग मामले से अनजान - श्रीनगर हिंदी समाचार

न्यूली गांव में पिछले 2 हफ्ते से जैविक खाद और दवाएं खुले में पड़ी हैं. कृषि विभाग की ओर से जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए इसे किसानों को वितरित किया जाना था.

Srinagar
खुले में पड़ी जैविक खाद और दवाइयां
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Published : Jul 16, 2021, 4:05 PM IST

श्रीनगर: कीर्तिनगर के न्यूली गांव मे सड़क किनारे जैविक खाद और दवाइयां पिछले 2 हफ्ते में खुले में पड़ी हुई हैं. ये दवाएं और जैविक खाद अब खराब होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं, लेकिन इन दवाओं और खाद का कोई हाल लेने वाला नहीं है. कृषि विभाग की ओर से ये खाद और दवाइयां जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए किसानों को वितरित की जानी थी.

दरअसल, कृषि विभाग की ओर से जैविक खेती को बढ़ावा दिए जाने के लिए गांवों के समूह बनाए गए हैं. विभाग की ओर से किसानों को बीज, खाद और जैविक दवाइयां नि:शुल्क वितरित किया जाता है. साथ ही जैविक खाद तैयार करने के लिए रसायन भी दिए जाते हैं. लेकिन न्यूली गांव मे एक अलग ही दृश्य देखने को मिला है. 2 हफ्ते से यहां पर दवाइयां और खाद लावारिस खुले में पड़े हैं. इस ओर विभाग का ध्यान ही नहीं जा रहा है.

ये भी पढ़ें: हरेला पर्व पर CM धामी ने किया पौधरोपण, पारंपरिक विरासत को आगे बढ़ाने का दिया संदेश

वहीं, गांव के रहने वाले अनिल चमोली ने बताया कि यहां पर महंगी खाद और दवाओं की बेकदरी की जा रही है. यही खाद और दवाएं किसानों के काम आ सकती थीं. अनिल ने बताया कि इन दवाओं का कोई दुरूपयोग भी कर सकता कर सकता है. वहीं, कृषि एवं भूमि संरक्षक अधिकारी हरीश चंद्र भारद्वाज ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है. फिर भी वो इस पूरे मामले की जांच करेंगे.

श्रीनगर: कीर्तिनगर के न्यूली गांव मे सड़क किनारे जैविक खाद और दवाइयां पिछले 2 हफ्ते में खुले में पड़ी हुई हैं. ये दवाएं और जैविक खाद अब खराब होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं, लेकिन इन दवाओं और खाद का कोई हाल लेने वाला नहीं है. कृषि विभाग की ओर से ये खाद और दवाइयां जैविक कृषि को बढ़ावा देने के लिए किसानों को वितरित की जानी थी.

दरअसल, कृषि विभाग की ओर से जैविक खेती को बढ़ावा दिए जाने के लिए गांवों के समूह बनाए गए हैं. विभाग की ओर से किसानों को बीज, खाद और जैविक दवाइयां नि:शुल्क वितरित किया जाता है. साथ ही जैविक खाद तैयार करने के लिए रसायन भी दिए जाते हैं. लेकिन न्यूली गांव मे एक अलग ही दृश्य देखने को मिला है. 2 हफ्ते से यहां पर दवाइयां और खाद लावारिस खुले में पड़े हैं. इस ओर विभाग का ध्यान ही नहीं जा रहा है.

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वहीं, गांव के रहने वाले अनिल चमोली ने बताया कि यहां पर महंगी खाद और दवाओं की बेकदरी की जा रही है. यही खाद और दवाएं किसानों के काम आ सकती थीं. अनिल ने बताया कि इन दवाओं का कोई दुरूपयोग भी कर सकता कर सकता है. वहीं, कृषि एवं भूमि संरक्षक अधिकारी हरीश चंद्र भारद्वाज ने बताया कि उन्हें मामले की जानकारी नहीं है. फिर भी वो इस पूरे मामले की जांच करेंगे.

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