कोटद्वार: बाजार में धनतेरस त्योहार पर भीड़ और चकाचौंध तो देखने को मिल रही है, लेकिन पहले की तुलना में खरीदार बहुत कम हैं. इस कारण व्यापारियों में मायूसी है. ग्राहकों पर कोरोना और महंगाई की मार साफ देखी जा रही है.
उत्तराखंड ज्वेलर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष अनिल कुमार भोला ने बताया कि कोविड-19 के बाद इस बार धनतेरस पर बाजार में काफी अच्छी भीड़भाड़ है. बाजार में रौनक है, लेकिन खरीदारी दर काफी कम है. धनतेरस पर सोने-चांदी की भी खरीदारी बहुत कम है. पहले लोग धनतेरस पर सोने-चांदी के आभूषण, सिक्के और लक्ष्मी गणेश की मूर्तियां ज्यादा खरीदते थे, लेकिन इस बार सर्राफा बाजार में रौनक नहीं है.
व्यापारी संजय मित्तल ने कहा कि काफी दिन बाद बाजार में रौनक देखने को मिल रही है. इससे व्यापारियों के चेहरे खिले-खिले नजर आ रहा हैं. लंबे समय से व्यापारी कोरोना की मार झेल रहे हैं. नवंबर माह के शुरू में ही धनतेरस और दीपावली का त्योहार है. इस दौरान शहर में रौनक है. बाजार से दूर पटाखों की दुकान लगी है.
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महंगाई का असर भी बाजार में देखने को मिल रहा है. चीनी महंगी है. तेल के रेट बढ़ते जा रहे हैं. दालें और सब्जियां भी महंगी हैं. महंगाई का असर इस त्योहार पर और जनता पर पूरी तरह देखने को मिल रहा है.
व्यापारी राकेश अग्रवाल ने कहा कि बाजार में भीड़ है, लेकिन लोगों में उत्साह नहीं है. कोरोना और महंगाई की मार लोगों के चेहरे पर साफ देखने को मिल रही है. त्योहार को लेकर ग्राहक सिर्फ जरूरत भर के सामान की खरीदारी कर रहे हैं.