श्रीनगर: एनआईटी उत्तराखंड ने नए सत्र को लेकर अपनी तैयारी शुरू कर दी है. इस साल बीटेक के नए बैच में 180 छात्र दाखिला लेंगे. इसके लिए एनआईटी प्रशासन रेशम विभाग में बन रहे नए हॉस्टलों को जल्द से जल्द बनाने की कवायद में जुटा हुआ है. अगर ये हॉस्टल जुलाई माह तक किसी कारणवश नहीं बन पाते तो इसके लिए एनआईटी प्रशासन हॉस्टल हायर करेगा, जिसके लिए टेंडरिंग प्रक्रिया शुरू की जाएगी.
बता दें, एनआईटी उत्तराखंड पिछले 12 सालों से अपने कैंपस निर्माण की राह देख रहा है. अभी तक एनआईटी उत्तराखंड का स्थाई कैंपस तैयार नहीं हो पाया है. श्रीनगर में रेशम विभाग के भूखंड में हॉस्टल निर्माण का काम भी बड़ी ही सुस्त गति से चल रहा है. हालात ये हैं कि मार्च में इन हॉस्टलों को बन कर तैयार होना था. लेकिन मई माह खत्म हो रहा है लेकिन ये हॉस्टल अभी तक बनकर तैयार नहीं हो पाए हैं. अब जुलाई में एनआईटी का नया शिक्षण सत्र शुरू होना है लेकिन हॉस्टल ना बन पाने के कारण एनआईटी प्रशासन को हॉस्टलों के लिए टेंडर जारी करने पड़ रहे हैं.
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एनआईटी उत्तराखंड में वर्तमान में पीएचडी (PhD) में 59, एमटेक (M.Tech) में 100, बीटेक (B.Tech) में 480 छात्र अध्ययन कर रहे हैं. नए सेशन के दौरान 180 छात्र प्रवेश लेंगे. इनके रहने-खाने और पढ़ने की व्यवस्था एनआईटी को ही करनी है. एनआईटी के डायरेक्टर प्रो ललित कुमार अवस्थी (Director Prof Lalit Kumar Awasthi) का कहना है कि कोशिश की जा रही है कि एनआईटी में बन रहे दोनों हॉस्टल जुलाई में बनकर तैयार हो जाते हैं तो अच्छा रहेगा. अगर हॉस्टल समय पर नहीं तैयार हुए तो विकल्प के लिए हॉस्टल हायर करने के लिए टेंडर प्रक्रिया भी की जा रही है. उन्होंने कहा कि छात्रों की किसी तरह की कोई परेशानी नहीं होने दी जाएगी.