श्रीनगरः आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर पंचायती राज मंत्रालय भारत सरकार द्वारा दिल्ली के विज्ञान भवन में विशिष्ट सप्ताह के अंतर्गत 'सतत विकास लक्ष्यों के स्थानीयकरण पर हितधारकों के राष्ट्रीय सम्मेलन' का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रदेश के पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में हम मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में पंचायती राज व्यवस्था को मजबूत करेंगे. सतत विकास के लक्ष्यों की पूर्ति हेतु हमने अनेक ग्राम पंचायतों को इंटरनेट नेटवर्क से जोड़ने का प्रयास किया है.
सतपाल महाराज ने अपने संबोधन में देश के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री गिरिराज सिंह और राज्यमंत्री कपिल मोटेश्वर पाटिल को आयोजन के लिए धन्यवाद देते हुए कहा कि उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू का यह कहना सही है कि 'जब ग्राम राज्य होगा तभी रामराज्य होगा'. यह वास्तविकता है कि हम बिना गांव को मजबूत की भारत को मजबूत नहीं कर सकते.
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महाराज ने कहा कि उत्तराखंड में भी पंचायतों को मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में लगातार कार्य कर रहे हैं. राज्य की कुल 7791 ग्राम पंचायतों में से 5861 ग्राम पंचायतों में पंचायत भवन कार्य कर रहे हैं. जबकि 846 ग्राम पंचायतों में भवन निर्माण हेतु हमें 16,920 लाख रुपए की आवश्यकता है. प्रदेश के पंचायती राज मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि गरीबी एवं सुदृढ़ आजीविका युक्त गांव, स्वस्थ गांव, बाल हितेषी, गांव, जल पर्याप्त गांव, स्वच्छ एवं हरित गांव, आधारभूत संरचनाओं में आत्मनिर्भर गांव, सामाजिक रूप से सुरक्षित गांव, सुशासन एवं उन्नत गांव जैसे तमाम विषयों पर इस सम्मेलन में होने वाली चर्चा निश्चित रूप से ग्रामीण विकास के लिए मील का पत्थर साबित होंगी.