श्रीनगर: सिंचाई सलाहकार समिति के उपाध्यक्ष अतर सिंह असवाल ने चौरास, नैथाणा, जुन्दीसेरा, रानीहाट में हो रहे बाढ़ सुरक्षा कार्यों का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने अधिकरियों को सुरक्षा दीवार निर्माण कार्य को तेजी लाने के निर्देश दिए. साथ ही उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ सुरक्षा कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के दिशा-निर्देश दिए. जिससे अलकनंदा नदी में आने वाली बाढ़ से लोगों को बचाया जा सकें.
बता दें कि 2013 की आपदा में अलकनंदा नदी ने विकराल रूप लेते हुए श्रीनगर में भयंकर तबाही मचाई थी. इस तबाही में श्रीनगर एसएसबी का ऑडिटोरियम बह गया था और श्रीनगर आईटीआई भी पूरी तरह तबाह हो गया था. आपदा में आवासीय भवन भी बाढ़ में डूब गए थे, जिसके बाद श्रीनगर में सुरक्षा दीवार बनाने की मांग उठने लगी थी. तब तत्कालीन सरकार ने श्रीनगर में दीवार का निर्माण करवाया था, लेकिन देवप्रयाग विधानसभा के कीर्तिनगर ब्लॉक के नैथाणा, रानीहाट, जुन्दीसेरा में लंबे इंतजार के बाद बाढ़ सुरक्षा का कार्य शुरू हुआ है.
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वहीं सुरक्षा दीवारों के हो रहे निर्माण कार्यों को लेकर सिंचाई समिति के अध्यक्ष अतर सिंह असवाल ने कहा कि श्रीनगर में जो क्षेत्र सुरक्षा दीवार से अछूते हैं, वहां भी दीवारों का निर्माण करवाया जाएगा.
अभी भी एजेंसी मुहल्ले से श्रीकोट वाला हिस्सा छूटा हुआ है. सिंचाई विभाग के पौड़ी डिवीजन के अधिकारियों के साथ वार्ता कर जल्द से जल्द सुरक्षा दीवार का निर्माण करवाया जाएगा.