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'मेरु सुपन्यु मेरो लक्ष्य' योजना की शुरुआत, बेटियों के सपनों को लगेंगे पंख

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Published : Feb 9, 2021, 2:35 PM IST

मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई ने कहा कि जो भी बेटी डॉक्टर, इंजीनियर, पत्रकार या पुलिस बनने में रुचि रखती है उसे संबंधित अधिकारियों के साथ बैठाकर संबंधित विभाग के कामकाज और उसमें नियुक्त होने की प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी.

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मेरु सुपन्यु मेरो लक्ष्य योजना

पौड़ी: जिले की बेटियों के सपनों को साकार करने के लिए पौड़ी जिला प्रशासन की ओर से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत एक योजना की शुरू की जा रही है 'मेरु सुपन्यु मेरो लक्ष्य'. इस योजना से पौड़ी की प्रतिभावान बेटियों को उनके सपनों को साकार करने के बारे में बताया जाएगा. वहीं, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई ने बताया कि इस अभियान के तहत जिले की बेटियों को उनके सपनों को साकार करने में उनकी मदद की जाएगी.

मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई ने कहा कि जो भी बेटी डॉक्टर, इंजीनियर, पत्रकार या पुलिस बनने में रुचि रखती है. उसे संबंधित अधिकारियों के साथ बैठाकर संबंधित विभाग के कामकाज और उसके नियुक्त होने की प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी, ताकि बेटियां उस विभाग में जाने के लिए मानसिक रूप से तैयार हो सकें.

ये भी पढ़ें: एक क्लिक में पढ़ें चमोली त्रासदी की पूरी कहानी, जानें कब और कैसे हुई शुरुआत

मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि बेटियों को अपनी पहचान बनाने कि लिए 'मेरु सुपन्यु मेरो लक्ष्य' योजना की शुरुआत की जा रही है. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत पूरे जिले में ये योजना संचालित होगी. इस योजना के तहत प्रत्येक महीने 20 से 25 बालिकाओं को निर्धारित जगह पर बुलाया जाएगा. उन्हें संबंधित विभाग के अधिकारी विभाग तक ले जाएगा तथा उस विभाग में होने वाली गतिविधियों से रूबरू कराएगा.

पौड़ी: जिले की बेटियों के सपनों को साकार करने के लिए पौड़ी जिला प्रशासन की ओर से बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत एक योजना की शुरू की जा रही है 'मेरु सुपन्यु मेरो लक्ष्य'. इस योजना से पौड़ी की प्रतिभावान बेटियों को उनके सपनों को साकार करने के बारे में बताया जाएगा. वहीं, मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई ने बताया कि इस अभियान के तहत जिले की बेटियों को उनके सपनों को साकार करने में उनकी मदद की जाएगी.

मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगाई ने कहा कि जो भी बेटी डॉक्टर, इंजीनियर, पत्रकार या पुलिस बनने में रुचि रखती है. उसे संबंधित अधिकारियों के साथ बैठाकर संबंधित विभाग के कामकाज और उसके नियुक्त होने की प्रक्रिया की जानकारी दी जाएगी, ताकि बेटियां उस विभाग में जाने के लिए मानसिक रूप से तैयार हो सकें.

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मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि बेटियों को अपनी पहचान बनाने कि लिए 'मेरु सुपन्यु मेरो लक्ष्य' योजना की शुरुआत की जा रही है. बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत पूरे जिले में ये योजना संचालित होगी. इस योजना के तहत प्रत्येक महीने 20 से 25 बालिकाओं को निर्धारित जगह पर बुलाया जाएगा. उन्हें संबंधित विभाग के अधिकारी विभाग तक ले जाएगा तथा उस विभाग में होने वाली गतिविधियों से रूबरू कराएगा.

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